Turkey Earthquake News: तुर्की में 6.1 तीव्रता का भूकंप, मस्जिद-इमारतें जमींदोज, जानिए पूरी स्थिति

Turkey Earthquake News: तुर्की एक बार फिर भूकंप की भयावह मार झेल रहा है। रविवार की आधी रात, जब लोग अपने घरों में आराम कर रहे थे, अचानक धरती जोर-जोर से हिलने लगी। उत्तर-पश्चिमी प्रांत बालिकेसिर में आए इस भूकंप की तीव्रता 6.1 थी, जिसने पलक झपकते ही दर्जनों इमारतों को मलबे में बदल दिया।

भूकंप इतना शक्तिशाली था कि इसके झटके करीब 200 किलोमीटर दूर इस्तांबुल तक महसूस किए गए, जहां की आबादी 1.6 करोड़ से अधिक है। लोग नींद से जागकर घरों से बाहर भागे, मस्जिदों की मीनारें गिर गईं, और सड़कों पर अफरा-तफरी मच गई।

मौत और तबाही का आंकड़ा | Turkey Earthquake

तुर्की के आंतरिक मंत्री अली येरलिकाया ने जानकारी दी कि अब तक 1 व्यक्ति की मौत और 29 लोगों के घायल होने की पुष्टि हुई है। इनमें से कई गंभीर रूप से घायल हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, 16 इमारतें पूरी तरह ढह गईं, और कई अन्य इमारतें गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हैं। बचाव दल लगातार मलबे में फंसे लोगों को निकालने का प्रयास कर रहे हैं। सिंदिरगी इलाके में अब तक 4 लोगों को जिंदा बाहर निकाला गया है, जबकि दो अन्य को बचाने का प्रयास जारी है।

भूकंप का केंद्र और गहराई

Turkey Earthquake

तुर्की की आपदा एवं आपातकालीन प्रबंधन एजेंसी (AFAD) के अनुसार, भूकंप का केंद्र सिंदिरगी था, और इसकी गहराई 11 किलोमीटर थी। यह उथली गहराई भूकंप को और ज्यादा विनाशकारी बना देती है, क्योंकि झटके सतह तक अधिक तीव्रता से पहुंचते हैं।

इस्तांबुल में भी महसूस हुए झटके

भूकंप के झटके तुर्की के सबसे बड़े शहर इस्तांबुल तक महसूस किए गए। यहां लोग अपने घरों से बाहर निकलकर खुले मैदानों और सड़कों पर जमा हो गए। कई इलाकों में बिजली गुल हो गई और इंटरनेट सेवाओं पर भी असर पड़ा।

गांवों में सबसे ज्यादा नुकसान

भूकंप का सबसे बुरा असर बालिकेसिर प्रांत के गोलकुक गांव में देखा गया, जहां कई घर पूरी तरह ढह गए। गांव की एक मस्जिद की मीनार भी गिर गई, जिससे धार्मिक स्थल को भारी नुकसान पहुंचा। ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने जीवन में ऐसा भूकंप पहले कभी महसूस नहीं किया।

भूकंप के बाद आए आफ्टरशॉक्स

AFAD ने चेतावनी दी है कि मुख्य भूकंप के बाद कई कम तीव्रता के झटके (आफ्टरशॉक्स) आ सकते हैं। रविवार रात को ही 4.6 तीव्रता का एक आफ्टरशॉक दर्ज किया गया। अधिकारियों ने लोगों से कहा है कि वे क्षतिग्रस्त इमारतों में वापस न जाएं, क्योंकि आफ्टरशॉक्स से ढांचागत कमजोरियां और बढ़ सकती हैं।

तुर्की की भूकंपीय संवेदनशीलता

तुर्की भूकंप-प्रवण इलाकों में आता है। यहां एनाटोलियन फॉल्ट लाइन गुजरती है, जो दुनिया की सबसे सक्रिय भूवैज्ञानिक दरारों में से एक है। इसी कारण यहां अक्सर बड़े पैमाने पर भूकंप आते हैं।

साल 2023 में तुर्की और सीरिया की सीमा पर आए 7.8 तीव्रता के भूकंप में 53,000 से अधिक लोग मारे गए थे और लाखों लोग बेघर हो गए थे। इस तबाही ने तुर्की के भूकंप प्रबंधन सिस्टम की बड़ी परीक्षा ली थी।

राहत और बचाव कार्य जारी

सरकार ने बचाव कार्य के लिए देशभर से टीमें भेजी हैं। मलबा हटाने के लिए भारी मशीनों का इस्तेमाल किया जा रहा है। ड्रोन और थर्मल कैमरों की मदद से मलबे में फंसे लोगों की तलाश की जा रही है।

रेड क्रेसेंट (तुर्की का रेड क्रॉस) ने प्रभावित इलाकों में राहत शिविर, खाना और दवाइयां पहुंचाना शुरू कर दिया है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय से भी मदद की पेशकश आने लगी है।

लोगों में दहशत और अनिश्चितता

भूकंप के बाद प्रभावित इलाकों में लोग खुले में ठंड में रात गुजारने को मजबूर हैं। कई परिवारों ने अपने घर खो दिए हैं, और अस्थायी टेंट में रह रहे हैं। बच्चों और बुजुर्गों की हालत चिंताजनक है।

विशेषज्ञों की चेतावनी

भूवैज्ञानिकों का मानना है कि तुर्की में ऐसे भूकंप आगे भी आ सकते हैं, क्योंकि यहां भूगर्भीय दबाव लगातार बढ़ रहा है। विशेषज्ञ लोगों से आपदा के समय सुरक्षित रहने के उपाय सीखने की अपील कर रहे हैं।

            तुर्की एक बार फिर प्राकृतिक आपदा के सामने खड़ा है। भूकंप ने न केवल इमारतें और बुनियादी ढांचा गिराया है, बल्कि हजारों लोगों के जीवन को भी झकझोर दिया है। राहत और बचाव कार्य तेज़ी से चल रहे हैं, लेकिन आने वाले दिनों में सर्द मौसम और आफ्टरशॉक्स की चुनौती बनी रहेगी।

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