परमल जिसे हिन्दी में ‘परवल’ और अंग्रेजी में Pointed Gourd कहा जाता है, उत्तर भारत के खास सब्ज़ियों में एक मानी जाती है। चाहे वह त्योहार हो, शादी-ब्याह या फिर रोज़ का खाना – परवल की सब्ज़ी हर अवसर पर बनाई जाती है। इसकी सबसे खास बात है इसका हल्का स्वाद और सुपाच्य प्रकृति, जो इसे हर उम्र के लिए उपयुक्त बनाती है।

🏺 इतिहास और उत्पत्ति:
परवल की खेती का इतिहास भारतीय उपमहाद्वीप में बहुत पुराना है। आयुर्वेद में इसे “पटोल” के नाम से जाना गया है और इसके औषधीय गुणों का उल्लेख किया गया है। माना जाता है कि परवल की उत्पत्ति भारत और बांग्लादेश क्षेत्र में हुई और धीरे-धीरे यह दक्षिण एशिया के हर कोने में फैल गया।
प्राचीन काल में यह विशेष रूप से पूर्वी भारत – जैसे कि बिहार, बंगाल, असम और पूर्वी उत्तर प्रदेश में उगाया जाता था। खासकर बिहार में “परवल की मिठाई” तक बनाई जाती है जिसमें इसके अंदर खोया भरकर उसे चाशनी में डुबोया जाता है।
🥘 परमल की स्वादिष्ट सब्जी की रेसिपी:
यहाँ हम आपको बताएँगे उत्तर भारत की पारंपरिक परमल की सूखी सब्ज़ी की विधि जो रोटी, पराठा या दाल-चावल के साथ बेहतरीन लगती है।
🍽️ आवश्यक सामग्री (Ingredients):
सामग्री | मात्रा |
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परवल (परमल) | 250 ग्राम |
आलू (वैकल्पिक) | 1 मध्यम आकार का |
प्याज | 1 बारीक कटा हुआ |
टमाटर | 1 बारीक कटा हुआ |
अदरक-लहसुन का पेस्ट | 1 छोटा चम्मच |
हरी मिर्च | 2 बारीक कटी हुई |
हल्दी पाउडर | 1/2 छोटा चम्मच |
धनिया पाउडर | 1 छोटा चम्मच |
लाल मिर्च पाउडर | 1/2 छोटा चम्मच |
गरम मसाला | 1/2 छोटा चम्मच |
जीरा | 1/2 छोटा चम्मच |
तेल | 2 बड़े चम्मच |
नमक | स्वादानुसार |
हरा धनिया | सजावट के लिए |
👩🍳 विधि (Step-by-Step Cooking Method):
🔹 1. परवल की तैयारी:
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परवल को धोकर दोनों किनारों को काट दें।
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इसे लंबाई में दो भागों में काटें या गोल टुकड़ों में काटें।
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यदि बीज अधिक कड़े हों तो निकाल दें।
🔹 2. अन्य तैयारी:
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आलू को छीलकर लंबे टुकड़ों में काट लें (यदि उपयोग कर रहे हों)।
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प्याज, टमाटर, अदरक-लहसुन पेस्ट तैयार रखें।
🔹 3. सब्ज़ी पकाना:
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एक कढ़ाई में तेल गरम करें।
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उसमें जीरा डालें और तड़कने दें।
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अब उसमें प्याज डालें और हल्का सुनहरा होने तक भूनें।
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फिर अदरक-लहसुन पेस्ट और हरी मिर्च डालें। 1 मिनट भूनें।
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अब टमाटर डालें और मसाले: हल्दी, धनिया, मिर्च पाउडर, नमक डालें।
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मसाला तब तक भूनें जब तक तेल न छोड़ने लगे।
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अब कटा हुआ परवल और आलू डालें। अच्छी तरह से मिलाएं।
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धीमी आंच पर ढककर पकने दें। बीच-बीच में चलाते रहें।
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लगभग 15-20 मिनट में परवल और आलू दोनों पक जाएंगे।
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आखिर में गरम मसाला और हरा धनिया डालकर मिलाएं।

🍛 कैसे परोसें (Serving Tips):
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गरमागरम परवल की सब्ज़ी को आप फुल्का, पराठा, या दाल-चावल के साथ परोस सकते हैं।
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इसे सादा दही या रायते के साथ भी सर्व किया जा सकता है।
🥗 पोषण संबंधी लाभ :
परवल न सिर्फ स्वाद में बेहतरीन है, बल्कि यह पोषण से भी भरपूर है:
पोषक तत्व | लाभ |
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विटामिन A, C | रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है |
फाइबर | पाचन क्रिया सुधारता है |
आयरन | खून की कमी दूर करता है |
कैलोरी कम | वजन घटाने वालों के लिए उपयुक्त |
डिटॉक्सिफाइंग | शरीर को विषैले पदार्थों से मुक्त करता है |
आयुर्वेद में, परवल को तीखा, कटु और कषाय रस वाला बताया गया है। यह पित्त और कफ को संतुलित करता है और त्वचा विकारों, पाचन समस्याओं और मधुमेह में उपयोगी माना जाता है।
🧓 परमल और ग्रामीण परंपरा (Parmal in Traditional Households)
ग्रामीण भारत में, विशेषकर बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश में जब घर में मेहमान आते हैं, तो परवल की सब्ज़ी को एक सम्मानजनक व्यंजन माना जाता है। अक्सर इसे दाल-भात या पुरी-परवल के रूप में परोसा जाता है।
शादियों में भी “परवल भुजिया” या “भरवा परवल” का एक अलग स्थान होता है।
परमल की सब्ज़ी सिर्फ एक रेसिपी नहीं है, यह हमारी संस्कृति, पोषण और स्वाद का मेल है। यह एक ऐसी सब्ज़ी है जो हर भारतीय रसोई में कभी न कभी जरूर बनती है – कभी दादी-नानी के हाथों से, कभी माँ के प्यार से।
यदि आपने इसे आज तक न खाया हो, तो जरूर आजमाएं — स्वाद भी मिलेगा, सेहत भी।
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