मलयालम अभिनेता कलाभवन नवास का निधन: कलाभवन नवास, 51 वर्ष के कलाकार, मिमिक्री से फिल्म‑टीवी तक अपनी आवाज़, कॉमेडी और अभिनय के लिए लोकप्रिय रहे। उनका जन्म वड्डक्कनचेरी, केरला में हुआ था और 1995 में फिल्म Chaithanyam से उन्होंने फिल्मी करियर शुरू किया। बाद में वे Mattupetti Machan, Junior Mandrake, Chandamama, Thillana Thillana जैसी फिल्में कर चुके थे। वे मिमिक्री कलाकार, प्लेबैक सिंगर, टीवी हस्ती और स्टेज कार्यक्रमों में सक्रिय व्यक्तित्व थे।

मृत्यु की घटना:
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दिनांक और स्थान: कलाभवन नवास का निधन 1 अगस्त 2025 की शाम को केरल के चोट्टानिकारा स्थित एक होटल कमरे में हुआ, जहाँ वे अपने आगामी फिल्म ‘Prakambanam’ की शूटिंग के लिए रुके थे।
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अवस्था की सूचना: उन्होंने शाम करीब 5:30 तक शूटिंग पूरी की थी और उन्होंने बताया कि वे घर जा सकते हैं। हालांकि नामांकित चेक‑आउट समय तक वह रूम से बाहर नहीं आए, बुलाने पर कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली, इसलिए होटल ने कर्मचारी भेजा। दरवाजा खुला मिला और नवास को बेहोश अवस्था में फर्श पर पड़ा पाया गया।
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अस्पताल और घोषणा: उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। प्रारंभिक चिकित्सा मूल्यांकन और पुलिस की प्राथमिक रिपोर्ट के अनुसार कार्डियक अरेस्ट (दिल का दौरा) को मौत का मुख्य कारण माना जा रहा है।
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पोस्ट‑मॉर्टम और जांच: अगले दिन कलामस्सेरी मेडिकल कॉलेज में पोस्ट‑मॉर्टम किया गया। पुलिस ने बताया कि कमरे में कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली और मौजूदा संकेतानुसार विदेशी संदहास्पद नहीं माना जा रहा है।
सहकर्मियों और इंडस्ट्री के बयान:
मनोरम शाजोन की श्रद्धांजलि:
उनके साथ काम करने वाले कलाकार कलाभवन शाजोन ने याद किया कि नवास ने अपने जीवन में हमेशा स्वास्थ्य‑संबंधी अनुशासन निभाया, अनहेल्दी जीवनशैली से दूर रहे और दोस्ती और सहयोग को बहुत महत्व दिया। उनका कहना था कि नवास बहुत हास्यप्रेमी और मिलनसार थे, और उनकी अचानक मृत्यु को स्वीकार करना मुश्किल है।
विनोद कोवूर की टिप्पणी:
कलाकार विनोद कोवूर ने सोशल मीडिया पर साझा किया कि नवास को शूटिंग के समय सीने में दर्द हुआ और उन्होंने डॉक्टर से बातचीत की, लेकिन शूटिंग में व्यवधान नहीं चाहते थे इसलिए अस्पताल जाने की जगह शूट जारी रखे। उन्होंने सोचा कि बाद में अस्पताल जा सकते हैं, लेकिन कुछ समय बाद अचानक वह बेहोश हो गए—जैसे “रंग‑बोध विहीन” किसी कोमा में चले गए और तुरंत जीवन खो दिया। विनोद ने कहा, “अगर उस समय अस्पताल चले गए होते, शायद बच जाते”।
संभावित कारण‑परिस्थितियाँ:
1. कार्डियक अरेस्ट (Heart Attack)
पुलिस ने शुरुआती रिपोर्ट में दिल का दौरा प्रमुख संभावित कारण बताया। नवास को अचानक बेहोशी, हास्पताल जाने के बाद जीवन न बचना, और कमरे में कोई बाहरी संदिग्ध तत्व का ना मिलना इस निष्कर्ष का समर्थन करता है।
2. स्वास्थ्य‑संबंधित पूर्व चेतावनियाँ
विनोद कोवूर की जानकारी के अनुसार, नवास को सेट पर सीने में तकलीफ महसूस हुई थी, जो दर्दनाक स्थिति की चेतावनी थी, लेकिन उन्होंने शूट पूरा करने का निर्णय लिया। ऐसे में दर्द की अनदेखी से समस्या और गंभीर हो सकती थी।
3. अन्य संदिग्धता नहीं
पोस्ट‑मॉर्टम रिपोर्ट और पुलिस ने स्पष्ट किया है कि कमरे से कोई संदिग्ध वस्तु या विषाक्त तत्व नहीं मिला। उसके आधार पर हत्या या बाहरी कारणों की संभावना फिलहाल नकारा गया है ।
कलाकार की शख्सियत और विरासत:
स्वास्थ्य‑पसंदीदा जीवनशैली: नवास को साथी कलाकारों द्वारा स्वास्थ्य‑प्रतिबद्ध, अनुशासित और मिमिक्री‑स्टेज की नींव पर आधारित जीवनशैली के रूप में याद किया जाता है।
कलाभवन की परंपरा: उन्होंने कोचीन Kalabhavan संस्थान से शुरुआत की, जो केरला में मिमिक्री और मंच कला की प्रमुख ट्रेनिंग संस्था रही है। इससे निकलकर कई कलाकार बड़े हुए; नवास सहित कई कलाकारों ने उसी मंच से अपनी पहचान बनाई।
परिवार और अभिनय‑परंपरा: उनके पिता अभूबकर थिएटर कलाकार थे; पत्नी रेहाना नवास और भाई कलाभवन नियास (Niyas Backer) भी फिल्म‑टीवी में सक्रिय कलाकार हैं।
क्या कारण था मृत्यु का?
संक्षेप में:
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नवास की अचानक मृत्यु का मुख्य कारण संदेह के आधार पर दिल का दौरा (cardiac arrest) माना जा रहा है।
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सीने में दर्द महसूस करने के बावजूद अस्पताल न जाकर शूटिंग जारी रखने का निर्णय संभवतः निर्णायक रहा।
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कमरे में कोई बाहरी संदिग्ध असामान्य तत्व नहीं पाया गया; हत्या की आशंका फिलहाल नहीं जतायी गयी।
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अंतिम पुष्टि पार्ट‑मॉर्टम रिपोर्ट के आधार पर ही संभव होगी।
दुखद सामाजिक और भावनात्मक प्रभाव:
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मलयालम फिल्म‑और मिमिक्री समुदाय में नवास का जाना एक बड़ा जैविक और सांस्कृतिक नुकसान है।
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उनके अचानक और अप्रत्याशित निधन से इंडस्ट्री में और प्रशंसकों के बीच गहरा शोक है। मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने भी उनकी मृत्यु पर अपनी संवेदना व्यक्त की है।
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शाजोन जैसे साथी कलाकारों ने नवास के जीवन‑मूल्य और शिक्षाओं को याद करते हुए कहा कि वह एक खुले दिल और हास्यप्रेमी इंसान थे।
कलाभवन नवास एक ऐसे कलाकार थे जिन्होंने अपनी मिमिक्री कला, कमेडी, प्लेबैक गायकी और फिल्मी भूमिकाओं से दर्शकों का दिल जीता। उनके जीवन में उन्होंने हमेशा स्वास्थ्य, मित्रता और रचनात्मकता को महत्व दिया। परंतु एक अप्रत्याशित दिल का दौरा, संभवतः सेट पर महसूस हुए दर्द की अनदेखी, और अस्पताल न जाने का निर्णय—यह सभी मिलकर एक महान कलाकार को हमसे दूर ले गए।
इस दुखद घटना से हमें यह सीख मिलती है कि स्वास्थ्य संकेतों (जैसे सीने में दर्द) को गंभीरता से लेना चाहिए, और जब तक सही चिकित्सा प्राप्त न हो, किसी भी तरह की कामकाजी प्रतिबद्धता जोखिमपूर्ण हो सकती है।
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