Youtube Monetization Rules: YouTube ने ऐलान किया है कि अब वह “Mass-produced”, “Repetitious” और “Inauthentic” यानी नकली और दोहराए जाने वाले कंटेंट को Monetisation से बाहर कर देगा। इसका मतलब यह है कि अगर आप बार-बार एक जैसा कंटेंट अपलोड करते हैं, या किसी और का वीडियो लेकर उसमें थोड़ा बदलाव कर उसे अपना बताकर अपलोड करते हैं, तो अब आप उससे पैसे नहीं कमा पाएंगे।
अब किन Videos से नहीं होगी कमाई?
जो कंटेंट बिना किसी खास बदलाव के बार-बार अपलोड किया गया है, वह अब Eligible नहीं होगा। अगर आप किसी और का वीडियो लेकर उसमें थोड़ा मिक्सिंग या वॉइस ओवर डालकर अपलोड कर देते हैं, तो वह अब यूट्यूब की नजर में “Inauthentic” यानी नकली माना जाएगा।
ऐसे वीडियो जिनमें रोबोटिक वॉइस (AI Voice), टेम्पलेट-बेस्ड Editing या AI से पूरी तरह बनाए गए स्क्रिप्ट और वीडियो होंगे, वे भी Monetisation से बाहर हो सकते हैं। खासतौर पर ऐसे चैनल जो बार-बार एक जैसा कंटेंट पोस्ट करते हैं—जैसे गेमिंग फुटेज या बिना किसी human involvement के वीडियो—उन पर YouTube अब सख्त हो रहा है।
VTubers पर होगा असर या नहीं?
VTubers यानी ऐसे क्रिएटर्स जो कैमरे पर खुद नहीं आते बल्कि वर्चुअल एनिमेटेड कैरेक्टर के ज़रिए बात करते हैं—उनका भविष्य थोड़ा असमंजस में है। क्योंकि कई VTubers खुद स्क्रिप्ट लिखते हैं, आवाज़ खुद देते हैं और अपनी क्रिएटिविटी से वीडियो बनाते हैं। ऐसे मामलों में YouTube उन्हें Original मान सकता है। लेकिन अगर VTuber कंटेंट पूरी तरह से AI से बना है और उसमें इंसानी टच नहीं है, तो हो सकता है कि वह भी Monetisation से बाहर हो जाए।
क्या कहती हैं YouTube की पुरानी Guidelines?
अब तक YouTube की Monetisation के लिए कुछ बेसिक Eligibility Criteria थे—जैसे कि 1,000 सब्सक्राइबर और पिछले 12 महीनों में 4,000 घंटे की Watch Time। शॉर्ट्स वाले चैनल के लिए पिछले 90 दिनों में 10 मिलियन व्यूज़ की ज़रूरत होती थी। एक बार ये लक्ष्य पूरे हो जाने पर चैनल Monetise हो जाता था, फिर चाहे वीडियो किसी और से कॉपी हो या टेम्पलेट से बना हो।
नया फोकस: Original और Valuable कंटेंट
अब YouTube उन वीडियोज़ को प्रमोट करेगा जो Creative हों, Educational या Informative Value रखते हों और जिन्हें देखकर लोगों को कुछ नया सीखने या समझने को मिले। मतलब साफ है—अब सिर्फ Views या Quantity नहीं, बल्कि Quality पर ज़्यादा ध्यान दिया जाएगा।
जो वीडियो Audience को Engage करें, Entertainment या Knowledge दें और किसी भी तरह की कॉपी या ऑटोमेशन से दूर हों—वही भविष्य में YouTube पर टिक पाएंगे।
किस तरह का कंटेंट होगा सबसे ज्यादा फायदेमंद?
-
खुद की स्क्रिप्ट से बना वीडियो
-
ओरिजिनल वॉइसओवर और रियल फेस वाला कंटेंट
-
न्यूज़, एजुकेशन, ट्यूटोरियल या व्लॉग्स जो Unique हों
-
सोशल इशूज़, मोटिवेशन, हेल्थ, टेक्नोलॉजी और लाइफस्टाइल जैसे विषयों पर इनोवेटिव तरीके से बनाया गया कंटेंट
ऑटोमेटेड वीडियो और AI का क्या होगा?
हालांकि YouTube ने अपनी नई पॉलिसी में AI शब्द का सीधा जिक्र नहीं किया है, लेकिन यह साफ है कि बिना इंसानी मेहनत और सिर्फ टूल्स के भरोसे बने वीडियो अब Monetisation के लायक नहीं माने जाएंगे। खासतौर पर Robotic Voice, Auto-generated Text या बिना Editing के Recycled Content अब पैसा नहीं कमा पाएगा।
क्या करें अब YouTube Creators?
अगर आप YouTube से पैसा कमाना चाहते हैं तो आपको अब रियल और यूनिक वीडियो बनाने होंगे। किसी और के वीडियो को कॉपी-पेस्ट करके या बार-बार एक जैसा वीडियो डालकर अब कमाई नहीं हो पाएगी। आपकी मेहनत, विचार और क्रिएटिविटी ही अब असली पहचान बनेंगे।
निष्कर्ष
15 जुलाई 2025 से YouTube की दुनिया बदलने वाली है। केवल वही लोग टिक पाएंगे जो असली, यूनिक और वैल्यू देने वाला कंटेंट बनाएंगे। कॉपी-पेस्ट, AI-जेनरेटेड और कम मेहनत वाला कंटेंट अब इतिहास बनने जा रहा है।
अगर आप सच्चे क्रिएटर हैं, और कुछ नया और अपने अंदाज़ में पेश करते हैं, तो यह मौका आपके लिए सुनहरा है।
ऐसे और भी Technology टॉपिक के ऊपर लेखों के लिए हमारे साथ जुड़े रहें! Khabari bandhu पर पढ़ें देश-दुनिया की ताज़ा ख़बरें — बिज़नेस, एजुकेशन, मनोरंजन, धर्म, क्रिकेट, राशिफल और भी बहुत कुछ।
Apple Arcade में 7 अगस्त को जुड़ेंगे चार नए एक्सक्लूसिव गेम्स: गेमिंग का अनुभव अब होगा और भी मजेदार
https://khabaribandhu.com/jack-dorsey-bitchat-app-bluetooth-internet-free/https://khabaribandhu.com/refurbished-vs-used-technology-hindi-guide/