मानसून में डैंड्रफ का इलाज: मानसून का मौसम राहत और ठंडक लेकर आता है, लेकिन इसके साथ कई तरह की त्वचा और बालों की समस्याएँ भी जन्म लेती हैं। इनमें सबसे आम समस्या है – डैंड्रफ (रूसी)। मानसून में हवा में नमी अधिक होती है और यह सिर की त्वचा पर बैक्टीरिया और फंगस को पनपने का मौका देती है। नतीजतन, खुजली, बाल झड़ना और रूसी जैसी समस्याएँ तेज़ी से बढ़ जाती हैं।
आज हम विस्तार से समझेंगे कि आखिर मानसून में डैंड्रफ क्यों बढ़ जाता है, इससे बचाव कैसे किया जाए और कौन से घरेलू नुस्खे इसमें असरदार हैं।
मानसून में डैंड्रफ क्यों बढ़ता है?
गर्मी के बाद जब बारिश का मौसम आता है तो तापमान कम होने के साथ-साथ हवा में नमी (ह्यूमिडिटी) भी बढ़ जाती है। यह नमी हमारे सिर की त्वचा पर फंगस और बैक्टीरिया को बढ़ने का मौका देती है।
-
मानसून में बारिश का पानी और पसीना मिलकर खोपड़ी को गीला रखते हैं।
-
गीलापन लंबे समय तक रहने से खोपड़ी पर मृत कोशिकाएँ जमा हो जाती हैं।
-
पसीने और नमी से सिर की त्वचा ऑयली हो जाती है, जिससे रूसी की समस्या और बढ़ जाती है।
यानी मानसून के दौरान डैंड्रफ केवल रूखापन से नहीं, बल्कि नमी और फंगल इन्फेक्शन के कारण भी होता है।
डैंड्रफ के लक्षण जिन्हें नजरअंदाज न करें
मानसून में होने वाली डैंड्रफ कभी-कभी सामान्य खुजली तक सीमित रहती है, लेकिन कई बार यह गंभीर भी हो सकती है। इसके आम लक्षण हैं:
-
सिर में लगातार खुजली रहना
-
कंधों और कपड़ों पर सफेद परत जैसी झड़ती रूसी
-
बालों का झड़ना और टूटना
-
खोपड़ी पर लालिमा और जलन
-
बालों का रूखा और बेजान दिखना
अगर ये लक्षण लंबे समय तक बने रहें तो यह साधारण डैंड्रफ नहीं, बल्कि फंगल इन्फेक्शन का संकेत भी हो सकता है।
मानसून में डैंड्रफ से होने वाले नुकसान
अक्सर लोग डैंड्रफ को हल्की समस्या मानकर नज़रअंदाज़ कर देते हैं, लेकिन मानसून में यह कई दिक्कतें पैदा कर सकता है।
-
बाल झड़ना बढ़ जाता है
-
स्कैल्प इन्फेक्शन हो सकता है
-
बाल बेजान और बिखरे हुए लगते हैं
-
सिर की त्वचा पर घाव या पपड़ी बन सकती है
अगर समय रहते इसका इलाज न किया जाए तो यह क्रॉनिक समस्या बन सकती है।
मानसून में डैंड्रफ से बचाव कैसे करें?
मानसून में डैंड्रफ से बचाव मुश्किल नहीं है, बस थोड़ी देखभाल और नियमित सफाई की ज़रूरत होती है।
1. सिर को हमेशा साफ और सूखा रखें
बारिश में भीगने के बाद तुरंत बाल धो लें और अच्छी तरह सुखाएँ। गीले बाल बांधकर न रखें क्योंकि इससे फंगल संक्रमण तेजी से बढ़ता है।
2. हल्के शैंपू का इस्तेमाल करें
हफ्ते में कम से कम 2-3 बार हल्के हर्बल शैंपू से बाल धोएँ। यह खोपड़ी की गंदगी और अतिरिक्त तेल को हटाने में मदद करता है।
3. तैलीय चीज़ों से बचें
मानसून में अधिक तेल लगाना फायदेमंद नहीं बल्कि हानिकारक हो सकता है। अधिक तेल से खोपड़ी गीली रहती है और डैंड्रफ और तेज़ी से पनपता है।
4. संतुलित आहार लें
बालों की सेहत के लिए खानपान बहुत मायने रखता है। हरी सब्जियाँ, मौसमी फल और विटामिन बी से भरपूर चीज़ें खाएँ।
5. तनाव से बचें
मानसून का मौसम सुस्ती और आलस लेकर आता है। लेकिन तनाव और नींद की कमी डैंड्रफ को और बढ़ा सकती है। इसलिए नींद पूरी लें और रिलैक्स रहने की कोशिश करें।
डैंड्रफ से छुटकारा पाने के घरेलू नुस्खे
भारत में सदियों से घरेलू नुस्खों का इस्तेमाल डैंड्रफ से बचाव के लिए किया जाता रहा है। ये सुरक्षित भी हैं और प्रभावी भी।
नींबू का रस
नींबू में मौजूद साइट्रिक एसिड फंगस और बैक्टीरिया को खत्म करता है। बाल धोने से पहले खोपड़ी पर नींबू का रस हल्के हाथों से लगाएँ और 10 मिनट बाद धो लें।
दही
दही एक प्राकृतिक कंडीशनर है और फंगस को दूर करने में मदद करता है। दही को खोपड़ी पर लगाएँ और 20 मिनट बाद माइल्ड शैंपू से धो लें।
मेथी के बीज
मेथी के बीज रातभर पानी में भिगोकर सुबह पीस लें और उसका पेस्ट सिर पर लगाएँ। यह रूसी कम करने और बालों को मजबूत बनाने में मदद करता है।
नारियल तेल और कपूर
नारियल तेल में थोड़ी सी कपूर मिलाकर खोपड़ी पर लगाने से डैंड्रफ कम होता है और सिर ठंडा रहता है।
एलोवेरा जेल
एलोवेरा त्वचा और बाल दोनों के लिए औषधीय गुण रखता है। ताज़ा एलोवेरा जेल खोपड़ी पर लगाकर 20 मिनट तक छोड़ दें और फिर धो लें।
मानसून में बालों की विशेष देखभाल क्यों ज़रूरी है?
मानसून में बालों की जड़ें कमजोर हो जाती हैं। नमी और पसीने की वजह से सिर पर गंदगी और बैक्टीरिया जमा हो जाते हैं। अगर इस समय देखभाल न की जाए तो केवल डैंड्रफ ही नहीं बल्कि बाल झड़ने और गंजेपन की समस्या भी हो सकती है।
बालों की नियमित धुलाई, हेल्दी डाइट और घरेलू नुस्खों का इस्तेमाल मानसून में बालों को स्वस्थ बनाए रखता है।
विशेषज्ञ क्या कहते हैं?
डर्मेटोलॉजिस्ट का मानना है कि मानसून के मौसम में लोग अक्सर लापरवाह हो जाते हैं और बालों को साफ-सुथरा नहीं रखते। यही डैंड्रफ का सबसे बड़ा कारण है।
विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि –
-
बाल धोने के बाद उन्हें पूरी तरह सुखाना ज़रूरी है।
-
अगर डैंड्रफ बहुत ज्यादा हो तो एंटी-डैंड्रफ शैंपू का इस्तेमाल करें।
-
लंबे समय तक समस्या बने रहने पर डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
निष्कर्ष
मानसून का मौसम जितना सुखद लगता है, उतनी ही समस्याएँ भी लेकर आता है। डैंड्रफ मानसून की सबसे आम समस्या है, लेकिन थोड़ी सी सावधानी और घरेलू उपायों से इसे आसानी से नियंत्रित किया जा सकता है।
साफ-सफाई बनाए रखना, संतुलित आहार लेना और समय-समय पर घरेलू नुस्खे अपनाना बालों को स्वस्थ और खूबसूरत बनाए रखता है।
याद रखिए, अगर डैंड्रफ लंबे समय तक बना रहता है और खुजली व बाल झड़ने की समस्या बढ़ जाती है तो इसे नज़रअंदाज़ न करें और विशेषज्ञ से सलाह लें।
Lifestyle सम्बन्धी ऐसी और भी जानकारियों और खबरों के लिए हमारे साथ जुड़े रहें! Khabari bandhu पर पढ़ें देश-दुनिया की ताज़ा ख़बरें — एजुकेशन, मनोरंजन, बिज़नेस, धर्म, क्रिकेट, राशिफल और भी बहुत कुछ।
सोने के बाद उठने पर शरीर गर्म क्यों हो जाता है? जानिए कारण और उपाय