Tata Harrier और Safari अब बनेंगी और भी ताकतवर – 2.0L डीजल इंजन के साथ नई ड्राइविंग एक्सपीरियंस

भारत की अग्रणी ऑटोमोबाइल कंपनी टाटा मोटर्स लगातार अपनी गाड़ियों में इनोवेशन और अपग्रेड्स कर रही है। अब कंपनी ने अपनी दो प्रमुख SUV – Tata Harrier और Tata Safari के इंजन को और भी ज्यादा पावरफुल बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। इसके तहत टाटा मोटर्स ने Stellantis के साथ एक विशेष लाइसेंस एग्रीमेंट किया है जिससे अब कंपनी खुद इस इंजन को डिजाइन, अपग्रेड और कस्टमाइज कर सकेगी।

नया इंजन: FAM B 2.0L डीजल इंजन

यह नया इंजन दरअसल FAM B 2.0L डीजल इंजन है, जिसे पहले से FIAPL (Fiat India Automobiles Pvt. Ltd.) द्वारा Ranjangaon प्लांट में मैन्युफैक्चर किया जा रहा था। यह प्लांट Stellantis और Tata Motors का संयुक्त उपक्रम (Joint Venture) है।

इंजन डिटेल्स (संभावित वेरिएंट्स के साथ)

वेरिएंट पावर (bhp) उपयोग
हाई-स्पेक वेरिएंट लगभग 180 bhp टॉप मॉडल Harrier/Safari
लो-स्पेक वेरिएंट लगभग 150 bhp बेस/मिड वेरिएंट्स

पहले क्या था और अब क्या बदला?

पहले टाटा मोटर्स को इस इंजन में किसी भी तरह के बदलाव या री-कैलिब्रेशन के लिए Stellantis से इजाजत लेनी पड़ती थी। इस प्रक्रिया में न सिर्फ समय लगता था, बल्कि भारी फीस (लगभग 10 मिलियन यूरो यानी 96.9 करोड़ रुपये) भी चुकानी पड़ती थी। अब इस लाइसेंसिंग डील के चलते टाटा मोटर्स को यह आज़ादी मिल गई है कि वह इस इंजन में अपनी ज़रूरत और मॉडल के अनुसार बदलाव कर सके।

इस लाइसेंस डील से टाटा मोटर्स को क्या फायदे होंगे?

इंजन कस्टमाइजेशन में स्वतंत्रता

अब टाटा अपनी SUV रेंज के अनुसार इस इंजन को पावरफुल या अंडर-ट्यून कर सकती है। इसका मतलब है कि टॉप मॉडल्स में ज्यादा पावर और एंट्री-लेवल मॉडल्स में बेहतर प्राइसिंग मिल सकेगी।

लागत में भारी कटौती

Stellantis को लाइसेंस फीस देने की आवश्यकता खत्म होने से विकास लागत में काफी कमी आएगी। इससे कीमतों को प्रतिस्पर्धी रखना आसान होगा।

उत्सर्जन मानकों के अनुसार अपडेट

अब यह इंजन BS6 Phase-2 या भविष्य के EV/हाइब्रिड प्लेटफॉर्म के अनुकूल आसानी से बनाया जा सकेगा।

बेहतर परफॉर्मेंस और स्मूथनेस

अपग्रेडेड ECU और इंजन कैलिब्रेशन के चलते गाड़ियों की परफॉर्मेंस और ड्राइविंग एक्सपीरियंस और बेहतर हो सकेगा।

Tata Harrier और Safari में संभावित बदलाव

Tata harrier

Tata Harrier में बदलाव:

  • ज्यादा पावरफुल इंजन विकल्प (180 bhp तक)
  • हाई-स्पेक वेरिएंट में बेहतर टॉर्क और ड्राइविंग एक्सपीरियंस
  • माइलेज में भी सुधार की संभावना

Tata Safari में बदलाव:

  • फुल-लोडेड 7 सीटर मॉडल में बेहतर परफॉर्मेंस
  • बेस वेरिएंट में अफोर्डेबल अंडरट्यून इंजन
  • ज्यादा स्मूद और फ्यूल एफिशिएंट ड्राइव

Tata safari

Mahindra जैसी रणनीति की झलक

यह रणनीति बहुत हद तक Mahindra की थार, XUV700 और Scorpio-N जैसे मॉडल्स में देखी गई रणनीति से मेल खाती है, जहां एक ही इंजन के अलग-अलग ट्यून वर्जन अलग-अलग मॉडल्स में इस्तेमाल किए जाते हैं। टाटा अब इसी पैटर्न पर चलते हुए ज्यादा विकल्प और वैरिएशन अपने ग्राहकों को दे सकेगी।

भारत में लॉन्च की स्थिति

इस समय Tata Motors ने TTata Harrier और Safari के नए इंजन वाले मॉडल की लॉन्च तारीख की आधिकारिक घोषणा नहीं की है। हालांकि, रिपोर्ट्स के मुताबिक कंपनी इस इंजन पर काम कर रही है और इसे साल के अंत तक लॉन्च किया जा सकता है।

Tata Motors का यह कदम कंपनी की लॉन्ग टर्म पावरट्रेन रणनीति में एक मील का पत्थर है। जहां कंपनी को अब Stellantis पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा, वहीं इससे नए मॉडलों का विकास भी तेज़ी से होगा और कस्टमर्स को ज्यादा विकल्प मिलेंगे। आने वाले समय में Tata Harrier और Safari को और भी आकर्षक, पावरफुल और स्मार्ट बनाया जा सकेगा।

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