Russia Earthquake Tsunami: 30 जुलाई 2025 को दुनिया ने एक बार फिर प्रकृति की खतरनाक ताक़त को महसूस किया। रूस के पूर्वी कामचाटका प्रायद्वीप में बुधवार को भयंकर 8.8 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया, जिसने न केवल रूस, बल्कि पूरे प्रशांत महासागर क्षेत्र को दहशत में डाल दिया। भूगर्भीय विशेषज्ञों के अनुसार, यह भूकंप 1952 के बाद सबसे शक्तिशाली बताया जा रहा है।
भूकंप के बाद कुछ ही मिनटों में सुनामी की चेतावनी जारी कर दी गई। लहरें इतनी तेज़ गति से उठीं कि वैज्ञानिकों ने इसे “जेट की स्पीड” से आने वाली तेजतर्रार सुनामी कहा है। सबसे पहले रूस के सेवेरो-कुरील्स्क नामक बंदरगाह शहर को इसकी चपेट में आते देखा गया।
हवाई, कैलिफोर्निया, जापान और कोलंबिया में भी सुनामी अलर्ट
भूकंप के तुरंत बाद प्रशांत सुनामी चेतावनी केंद्र (Pacific Tsunami Warning Center) ने अमेरिका के हवाई, कैलिफोर्निया, जापान और कोलंबिया समेत कई देशों को हाई अलर्ट पर डाल दिया। कई देशों ने अपने तटीय क्षेत्रों को खाली कराना शुरू कर दिया।
अमेरिका में विशेष रूप से हवाई, वाशिंगटन और कैलिफोर्निया में अलर्ट जारी किया गया। हवाई के होनोलूलू में सुनामी की लहरें टकराने के बाद तुरंत आपातकालीन प्रबंधन एजेंसी (EMA) ने कार्रवाई शुरू की और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया।
वहीं कैलिफोर्निया में भी खतरे की घंटी बज चुकी थी। क्रेसेंट सिटी में 3.5 फीट ऊंची लहरें टकराई हैं, जिससे कुछ नुकसान की खबरें आईं। सुबह 3 बजे से तटीय क्षेत्रों से दूरी बनाए रखने की चेतावनी जारी कर दी गई थी।
रूस के बंदरगाहों और हवाई अड्डों को किया गया बंद
रूस के सेवेरो-कुरील्स्क, जो कि सबसे पहले प्रभावित शहरों में से एक था, को तुरंत खाली करा लिया गया। शहर के बंदरगाह, होटल और हवाई अड्डे बंद कर दिए गए हैं। बचाव कार्य में पुलिस, नेवी और रेस्क्यू टीमें सक्रिय हो चुकी हैं।
कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया है कि सैकड़ों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है, और अब भी राहत व बचाव कार्य जारी है। प्रारंभिक तस्वीरों में देखा गया कि समुद्री लहरों ने किनारों पर स्थित दुकानों और घरों को भारी नुकसान पहुंचाया है।
#earthquake #tsunami #Russia #Japan #Hawaii #Alaska
Massive 8.7 magnitude earthquake shook Russia
One of the deadliest earthquake of the century
Alert of Tsunami pic.twitter.com/bxf2eGFQqD
— Killer Cool ⚡ (@Killercool63) July 30, 2025
जापान ने लोगों को उच्च स्थानों पर जाने के निर्देश दिए
जापान, जो कि सुनामी की घटनाओं के लिए संवेदनशील क्षेत्र माना जाता है, ने तत्काल प्रभाव से तटीय क्षेत्रों के नागरिकों को ऊंचे स्थानों पर जाने के निर्देश जारी किए। टोक्यो से लेकर ओसाका तक रेडियो और टीवी पर चेतावनियाँ जारी की गईं।
जापानी मौसम विभाग के अनुसार, भूकंप के कारण समुद्र तल में काफी हलचल हुई है, जिससे वहां भी 2-3 मीटर तक ऊंची लहरें उठने की संभावना बनी रही।
भारत में फिलहाल कोई खतरा नहीं, लेकिन नजर बनी हुई है
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने स्पष्ट किया है कि इस भूकंप का भारत पर फिलहाल कोई सीधा प्रभाव नहीं पड़ेगा। लेकिन साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि स्थिति पर लगातार निगरानी रखी जा रही है और ज़रूरत पड़ने पर चेतावनी जारी की जाएगी।
विशेषज्ञों का कहना है कि चूंकि यह घटना प्रशांत महासागर के क्षेत्र में हुई है और भारत मुख्य रूप से भारतीय महासागर क्षेत्र में स्थित है, इसलिए अभी भारत के लिए खतरे की कोई तत्काल आशंका नहीं है।
कोलंबिया के तटों पर भी सुनामी का खतरा
कोलंबिया, जो कि दक्षिण अमेरिका का प्रमुख देश है, वहां की सरकार ने भी तुरंत प्रतिक्रिया दी। देश के नेशनल यूनिट फॉर डिजास्टर रिस्क मैनेजमेंट ने घोषणा की कि पैसिफिक कोस्ट के तटीय इलाकों को खाली कराया जा रहा है।
काउका और वैले डेल काउका प्रांतों में सुनामी अलर्ट जारी किया गया है। कुछ समुद्री तटों को अस्थाई रूप से बंद किया गया है और वहां पर आपदा प्रबंधन की टीमें तैनात हैं।
Russia is getting clobbard by the TSUNAM. They had very little warning where it was where the Epicenter was of the 8.7 just 40 miles off the coast. pic.twitter.com/RoJkhfJvyA
— L.A 🇺🇲♥️ (@FACTMATTER2024) July 30, 2025
US नेवी अलर्ट पर, पर्ल हार्बर से शुरू हुआ बचाव अभियान
भूकंप और सुनामी के खतरों को देखते हुए US Navy ने हवाई के प्रमुख बंदरगाहों पर अपने जहाजों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट कर दिया है। सबसे अधिक चिंता पर्ल हार्बर और ओहू के तटीय इलाकों को लेकर जताई जा रही है।
संयुक्त बेस पर्ल हार्बर-हिकम के प्रवक्ता के अनुसार, ओहू के वेस्ट कोस्ट पर विशेष रास्ते बनाए जा रहे हैं ताकि लोगों को सुरक्षित निकाला जा सके। NOAA (नेशनल ओशनिक एंड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन) और पैसिफिक सुनामी वॉर्निंग सेंटर लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।
हवाई: बंदरगाह और हवाई अड्डों को फिर से शुरू किया गया
सुनामी की लहरें हवाई पहुंच चुकी थीं, लेकिन अब स्थिति काबू में बताई जा रही है। हवाई परिवहन विभाग ने जानकारी दी है कि होनोलूलू इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर उड़ानें दोबारा शुरू हो चुकी हैं। कुछ घंटों तक व्यावसायिक बंदरगाह बंद रखे गए थे, लेकिन अब उन्हें भी फिर से खोल दिया गया है।
EMA (Emergency Management Agency) ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है लेकिन फिलहाल कोई नई बड़ी लहर आने की संभावना नहीं जताई गई है।
क्या फिर से आ सकता है बड़ा झटका? विशेषज्ञों की चेतावनी
वैज्ञानिकों का कहना है कि 8.8 की तीव्रता वाला भूकंप किसी मेगा-थ्रस्ट फॉल्ट के कारण आया है, जो प्लेट्स के टकराने से होता है। ऐसे झटकों के बाद आफ्टरशॉक्स (कम तीव्रता वाले झटके) आने की संभावना बनी रहती है।
भूगर्भीय संस्थान इस क्षेत्र पर नजर रखे हुए हैं और चेतावनी दी है कि अगले 48 घंटों तक सतर्क रहना जरूरी है। तटीय क्षेत्रों में रह रहे लोगों को सलाह दी गई है कि वे समुद्र से दूरी बनाए रखें।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं वीडियो और विजुअल्स
भूकंप और सुनामी के दृश्य अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। कुछ वीडियो में समुद्र के किनारे खड़े जहाज लहरों से टकराते दिख रहे हैं, तो कुछ में लोग जान बचाकर ऊंचे इलाकों की ओर भागते दिखते हैं।
रॉयटर्स, CNN और RT (रशियन मीडिया) की रिपोर्टिंग लगातार दुनिया भर में प्रसारित की जा रही है। ट्विटर और यूट्यूब पर लोग #TsunamiAlert और #RussiaEarthquake जैसे हैशटैग के साथ अपडेट साझा कर रहे हैं।
Doctors in Russia continued surgery on a patient despite a powerful magnitude 8.8 earthquake striking, the region’s health minister said on his Telegram channel.
More on the earthquake and the resulting tsunami warnings: https://t.co/ZwF8vaaLz2 pic.twitter.com/034aVGqA26
— ABC News (@ABC) July 30, 2025
जनता से क्या कहा जा रहा है? सरकार और प्रशासन की अपील
सभी देशों की सरकारों और आपातकालीन एजेंसियों ने जनता से शांत रहने की अपील की है। अमेरिका, जापान, रूस, कोलंबिया जैसे देशों ने कहा है कि:
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अफवाहों से बचें और सिर्फ अधिकारिक स्रोतों से जानकारी लें
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समुद्र से दूरी बनाए रखें
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बचावकर्मियों के निर्देशों का पालन करें
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आवश्यक चीजें साथ रखें – जैसे दवाइयां, टॉर्च, दस्तावेज़
प्रकृति की चेतावनी को हल्के में न लें
यह घटना हमें फिर याद दिलाती है कि प्रकृति के सामने मानव कितना असहाय हो सकता है। चाहे टेक्नोलॉजी कितनी भी एडवांस हो जाए, एक ज़ोरदार झटका और कुछ मिनटों में सब कुछ बदल सकता है।
रूस में आया यह भूकंप और उसके बाद फैली सुनामी ने एशिया से लेकर अमेरिका तक सभी को सतर्क कर दिया है। यह वक्त है कि हम पर्यावरण और आपदाओं को गंभीरता से लें, और हर परिस्थिति के लिए तैयार रहें।
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