प्याज़ की सब्ज़ी: भारतीय रसोई में प्याज़ का स्थान केवल एक स्वाद बढ़ाने वाले सामग्री का नहीं है, बल्कि कई बार यह स्वयं एक संपूर्ण व्यंजन का आधार बन जाता है। ऐसी ही एक लाजवाब और बहुउपयोगी सब्ज़ी है — प्याज़ की सब्ज़ी। यह सब्ज़ी जितनी सरल है, उतनी ही स्वादिष्ट, झटपट बनने वाली और बेहद उपयोगी होती है, खासकर जब सब्ज़ियां कम हों या मन करे कुछ हल्का और पारंपरिक खाने का।

प्याज़ की सब्ज़ी का इतिहास और सामाजिक महत्व:
प्याज़ का उपयोग भारत में मौर्य युग से किया जाता रहा है। आयुर्वेद में इसे ‘रसं वृद्धिकरक’ माना गया है, यानी रस और स्वाद को बढ़ाने वाला। यह एक औषधीय गुणों से भरपूर कंदमूल है, जो पाचन में सहायक, रक्त शोधक, और शरीर को ठंडक देने वाला माना गया है।
पुराने समय में जब ताजे हरे साग-सब्ज़ियां उपलब्ध नहीं होती थीं — विशेषकर गर्मी, बारिश या यात्रा के समय — तब लोग प्याज़ से बनी सब्ज़ी बनाते थे। गांवों में यह सब्ज़ी खासकर रोटी या बाजरे की भूनी रोटी के साथ खाई जाती थी। राजस्थान, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और बिहार में यह सब्ज़ी अब भी एक सामान्य लेकिन महत्वपूर्ण व्यंजन के रूप में लोकप्रिय है।
प्याज़ की सब्ज़ी के प्रकार:
प्याज़ की सब्ज़ी की विविधताएं पूरे भारत में मिलती हैं, जैसे:
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सूखी प्याज़ की सब्ज़ी – खासकर उत्तर भारत में आम।
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प्याज़ टमाटर की रसदार सब्ज़ी – जो रोटी और चावल दोनों के साथ खाई जाती है।
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प्याज़ की भरवां सब्ज़ी – विशेष मौकों पर बनाई जाती है।
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लहसुनी प्याज़ की सब्ज़ी – स्वाद में तीखी और गर्म।
यहाँ हम आपको उत्तर भारत की सबसे आम और पारंपरिक सूखी प्याज़ की सब्ज़ी की विधि और जानकारी देंगे, जो हर घर में बनी जाती है।
प्याज़ की सूखी सब्ज़ी की रेसिपी (4 लोगों के लिए):
🟡 सामग्री:
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प्याज़ – 4 मध्यम आकार के (पतले लच्छों में कटे)
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सरसों का तेल या देशी घी – 2 टेबलस्पून
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जीरा – 1 टीस्पून
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हींग – 1 चुटकी
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हल्दी पाउडर – 1/2 टीस्पून
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लाल मिर्च पाउडर – 1 टीस्पून
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धनिया पाउडर – 1 टीस्पून
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आमचूर या नींबू रस – स्वाद अनुसार
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नमक – स्वादानुसार
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हरा धनिया – बारीक कटा (सजावट के लिए)
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हरी मिर्च – 1 (कटी हुई, वैकल्पिक)
विधि:
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प्याज़ की तैयारी:
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प्याज़ को छीलकर पतले लच्छों में काटें और थोड़ी देर खुला रखें ताकि उसका तीखापन कम हो जाए।
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भूनना:
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कढ़ाई में तेल गर्म करें। सरसों के तेल में अगर खुशबू पसंद न हो तो आप घी भी उपयोग कर सकते हैं।
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उसमें हींग और जीरा डालें।
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जीरा चटकने लगे तो हरी मिर्च डालें और फिर कटे हुए प्याज़ डालें।
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प्याज़ को मध्यम आंच पर भूनें जब तक वह सुनहरे रंग के न हो जाएं। (लगभग 8-10 मिनट)
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मसाला डालना:
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अब हल्दी, लाल मिर्च, धनिया पाउडर और नमक डालें।
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मसाले को प्याज़ में अच्छे से मिलाएं और 2-3 मिनट तक धीमी आंच पर पकाएं।
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अंतिम स्वाद:
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जब प्याज़ हल्के कुरकुरे हो जाएं और मसाले से लिपटे दिखें, तो गैस बंद करें।
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ऊपर से आमचूर या नींबू का रस डालें और हरा धनिया से सजाएं।
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परोसने का तरीका:
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यह सब्ज़ी रोटी, परांठा, बाजरे या ज्वार की रोटी के साथ परोसी जाती है।
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कई लोग इसे दही या छाछ के साथ भी खाना पसंद करते हैं।
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यात्रा या लंचबॉक्स के लिए यह एक उत्तम विकल्प है क्योंकि यह जल्दी खराब नहीं होती।
पोषण संबंधी लाभ:
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प्याज़ में विटामिन C, B6, फाइबर, और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं।
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यह शरीर में इम्युनिटी बढ़ाता है और पाचन को सुधारता है।
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गर्मियों में यह शरीर को ठंडक देता है और सर्दियों में पकी हुई प्याज़ शरीर को गरम रखती है।
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नियमित सेवन से ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित रहता है।
प्याज़ की सब्ज़ी: आधुनिक जीवनशैली में भी प्रासंगिक:
आज के व्यस्त जीवन में जहां समय कम और संसाधन सीमित होते हैं, वहाँ प्याज़ की सब्ज़ी एक ‘रेस्क्यू रेसिपी’ की तरह काम आती है — न तो इसमें विशेष सामग्री की जरूरत, न ही लंबी तैयारी। यह 10-15 मिनट में तैयार हो जाती है और स्वाद में किसी से कम नहीं।
प्याज़ की सब्ज़ी एक ऐसा व्यंजन है जो न तो सिर्फ स्वाद के लिए है और न ही केवल ज़रूरत से उपजा है — यह हमारी संस्कृति, ग्रामीण जीवन और घरेलू परंपराओं का हिस्सा है। जब भी मन करे कुछ सादा, देसी और जल्दी बनने वाला — प्याज़ की सब्ज़ी जरूर आज़माएं।
“प्याज़ की सब्ज़ी — सादगी में स्वाद, परंपरा में पहचान!”
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