प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को Namibia के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘द ऑर्डर ऑफ द मोस्ट एंशिएंट वेल्विचिया मिराबिलिस’ से सम्मानित किया गया है। यह सम्मान उन्हें नामीबिया की राष्ट्रपति डॉ. नेतुम्बो नांदी-नदैतवाह द्वारा प्रदान किया गया। इस अवसर पर पीएम मोदी ने कहा, “यह मेरे लिए गर्व की बात है कि मुझे नामीबिया के सर्वोच्च नागरिक सम्मान से सम्मानित किया गया। मैं इस सम्मान को 140 करोड़ भारतीयों की ओर से स्वीकार करता हूं।”
ब्राज़ील के बाद नामीबिया में सम्मान
#WATCH | Windhoek: PM Narendra Modi conferred with the Order of the Most Ancient Welwitschia Mirabilis, the highest civilian award of Namibia. President of Namibia, Dr Netumbo Nandi-Ndaitwah presented the award to him.
(Video: ANI/DD News) pic.twitter.com/t6e7IAHauq
— ANI (@ANI) July 9, 2025
इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी को ब्राज़ील के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार ‘ग्रैंड कॉलर ऑफ द नेशनल ऑर्डर ऑफ द साउदर्न क्रॉस’ से भी नवाजा गया था। अब नामीबिया के सर्वोच्च सम्मान ने उनकी अंतरराष्ट्रीय छवि को और भी मजबूत किया है।
नामीबिया में ऐतिहासिक पहली यात्रा
प्रधानमंत्री मोदी इस समय Namibia के दौरे पर हैं। यह उनकी पहली यात्रा है और किसी भारतीय प्रधानमंत्री द्वारा Namibia की यह केवल तीसरी आधिकारिक यात्रा है। वे बुधवार सुबह विंडहोक (नामीबिया की राजधानी) पहुंचे। राष्ट्रपति नेतुम्बो नांदी-नदैतवाह के निमंत्रण पर यह दौरा किया जा रहा है।
राष्ट्रपति से अहम बैठक और सहयोग पर बातचीत
राजधानी विंडहोक में पीएम मोदी और नामीबियाई राष्ट्रपति के बीच द्विपक्षीय बातचीत हुई। इस बैठक में डिजिटल तकनीक, रक्षा, सुरक्षा, कृषि, स्वास्थ्य, शिक्षा और महत्वपूर्ण खनिजों जैसे क्षेत्रों में सहयोग को और मजबूत करने पर चर्चा हुई। पीएम मोदी ने कहा, “हमने व्यापार, ऊर्जा और पेट्रोकेमिकल्स जैसे क्षेत्रों में साझेदारी को बढ़ाने के उपायों पर भी चर्चा की। मैंने ‘प्रोजेक्ट चीता’ में नामीबिया के सहयोग के लिए उनका आभार जताया।”
चार अहम समझौते हुए हस्ताक्षरित
राज्य स्तरीय बैठक के बाद भारत और Namibia के बीच चार महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर हुए। इसमें स्वास्थ्य और चिकित्सा क्षेत्र में सहयोग, नामीबिया में एक उद्यमिता विकास केंद्र की स्थापना, CDRI फ्रेमवर्क और ग्लोबल बायोफ्यूल्स एलायंस फ्रेमवर्क पर सहयोग शामिल हैं।
नामीबिया के नायक को श्रद्धांजलि
अपनी यात्रा के दौरान पीएम मोदी ने Namibia के स्वतंत्रता संग्राम के नायक और पहले राष्ट्रपति सैम नुजोमा को हीरोज एकर राष्ट्रीय स्मारक पर श्रद्धांजलि दी। सैम नुजोमा ने नामीबिया को 1990 में स्वतंत्रता दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी और 15 वर्षों तक राष्ट्रपति रहे।
गौरवशाली स्वागत और संसद को संबोधन
विंडहोक पहुंचने पर प्रधानमंत्री मोदी का पारंपरिक तरीके से गर्मजोशी से स्वागत किया गया। उन्हें राज्य स्तरीय स्वागत, 21 तोपों की सलामी और गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया। इसके बाद पीएम मोदी ने Namibia की संसद को भी संबोधित किया, जहां उन्होंने भारत-नामीबिया के ऐतिहासिक और भविष्य के संबंधों पर जोर दिया।
पीएम मोदी की पोस्ट ने बढ़ाया देश का मान
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा,
“विंडहोक में कुछ समय पहले ही पहुंचा हूं। Namibia एक विश्वसनीय और मूल्यवान अफ्रीकी साझेदार है, जिसके साथ हम द्विपक्षीय सहयोग को और आगे बढ़ाना चाहते हैं। राष्ट्रपति डॉ. नेतुम्बो नांदी-नदैतवाह से मिलने और नामीबियाई संसद को संबोधित करने को लेकर उत्साहित हूं।”
भारत और अफ्रीका के रिश्तों में नया अध्याय
प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा भारत और अफ्रीका के रिश्तों में एक नया अध्याय जोड़ रही है। यह दौरा सिर्फ सम्मान का प्रतीक नहीं, बल्कि भारत की वैश्विक कूटनीति में मजबूत भागीदारी और मित्र देशों के साथ सहयोग की भावना को भी दर्शाता है।
निष्कर्ष
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को Namibia द्वारा दिया गया सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत के लिए गर्व की बात है। इस दौरे ने न केवल भारत और नामीबिया के संबंधों को नई ऊंचाई दी है, बल्कि पूरे अफ्रीका में भारत की भूमिका को और मजबूत किया है। यह सम्मान हर भारतीय के लिए गर्व और प्रेरणा का विषय है।
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