Vande Bharat Trains: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु को कई बड़े ट्रांसपोर्ट प्रोजेक्ट्स का तोहफ़ा दिया। इनमें तीन नई वंदे भारत ट्रेनें, बेंगलुरु मेट्रो की येलो लाइन का उद्घाटन और मेट्रो फेज़-3 की आधारशिला शामिल है। इन परियोजनाओं से शहर की कनेक्टिविटी और पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम में बड़ा बदलाव आने की उम्मीद है।
सुबह की शुरुआत तीन वंदे भारत ट्रेनों से | Vande Bharat Trains
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने कार्यक्रम की शुरुआत KSR बेंगलुरु रेलवे स्टेशन से की, जहां उन्होंने एक साथ तीन नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई। इनमें शामिल हैं:
- KSR बेंगलुरु–बेलगावी सेवा
- श्री माता वैष्णो देवी कटरा–अमृतसर सेवा
- नागपुर (अजनी)–पुणे सेवा
इन ट्रेनों के शुरू होने के बाद देश में वंदे भारत ट्रेनों की संख्या 150 हो गई है। कर्नाटक को अब कुल 11 वंदे भारत ट्रेनें मिल चुकी हैं, वहीं महाराष्ट्र, पंजाब और जम्मू-कश्मीर के हाई-स्पीड रेल नेटवर्क को भी मजबूती मिली है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वंदे भारत सिर्फ एक ट्रेन नहीं, बल्कि भारत की नई रफ्तार और नई सोच का प्रतीक है। इन ट्रेनों से यात्रियों को समय की बचत, आरामदायक सफर और बेहतर सुविधाएं मिलेंगी।
बेंगलुरु मेट्रो की येलो लाइन का उद्घाटन
वंदे भारत ट्रेनों के उद्घाटन के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने बेंगलुरु मेट्रो की 19 किलोमीटर लंबी येलो लाइन का उद्घाटन किया। यह लाइन RV रोड (रागिगुड्डा) से बोम्मासंद्रा तक फैली है और इसमें कुल 16 स्टेशन हैं।
करीब ₹7,160 करोड़ की लागत से बने इस प्रोजेक्ट को मेट्रो फेज़-2 के तहत तैयार किया गया है। येलो लाइन शहर के प्रमुख रिहायशी, कारोबारी और औद्योगिक इलाकों को जोड़ेगी, जिससे रोज़ाना लाखों यात्रियों को फायदा होगा।
इस मौके पर पीएम मोदी ने मेट्रो की सवारी भी की और RV रोड से इलेक्ट्रॉनिक सिटी तक सफर किया। इलेक्ट्रॉनिक सिटी बेंगलुरु का आईटी हब है, जहां रोज़ाना लाखों लोग काम के लिए आते-जाते हैं।
मेट्रो फेज़-3 की आधारशिला
प्रधानमंत्री मोदी ने ₹15,610 करोड़ की लागत वाले बेंगलुरु मेट्रो फेज़-3 का शिलान्यास भी किया। इस प्रोजेक्ट के तहत 44 किलोमीटर लंबा एलिवेटेड ट्रैक और 31 नए स्टेशन बनाए जाएंगे।
फेज़-3 पूरा होने के बाद बेंगलुरु का मेट्रो नेटवर्क और मज़बूत होगा, जिससे ट्रैफिक जाम की समस्या में कमी आएगी और लोगों को तेज़ और सस्ती यात्रा का विकल्प मिलेगा।
बेंगलुरु की ट्रांसपोर्ट क्रांति
इन परियोजनाओं के बाद बेंगलुरु का मेट्रो नेटवर्क 96 किलोमीटर से ज्यादा लंबा हो गया है। शहर की पब्लिक ट्रांसपोर्ट क्षमता में यह अब तक का सबसे बड़ा विस्तार है।
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि उनकी सरकार का मकसद है लोगों के जीवन को आसान बनाना, और इसके लिए आधुनिक वर्ल्ड-क्लास इंफ्रास्ट्रक्चर पर तेज़ी से काम हो रहा है।
प्रधानमंत्री का रोड शो और जनता से संवाद
कार्यक्रम के अंत में पीएम मोदी ने बेल्लारी रोड पर रोड शो किया। हजारों लोग प्रधानमंत्री का स्वागत करने के लिए सड़कों पर उमड़ पड़े। जगह-जगह फूल बरसाए गए और “मोदी-मोदी” के नारों से माहौल गूंज उठा।
सार्वजनिक सभा में उन्होंने कहा कि बेंगलुरु सिर्फ कर्नाटक ही नहीं, बल्कि पूरे भारत की प्रगति का प्रतीक है। यहां के ट्रांसपोर्ट प्रोजेक्ट्स से न सिर्फ शहर की रफ्तार बढ़ेगी बल्कि रोजगार और आर्थिक विकास को भी बढ़ावा मिलेगा।
कर्नाटक में रेलवे और मेट्रो का बढ़ता नेटवर्क
पिछले कुछ वर्षों में कर्नाटक में रेलवे और मेट्रो नेटवर्क का विस्तार तेज़ हुआ है। वंदे भारत ट्रेनों की बढ़ती संख्या और मेट्रो के नए रूट्स ने पब्लिक ट्रांसपोर्ट को अधिक सुविधाजनक और भरोसेमंद बना दिया है।
विशेषज्ञों का मानना है कि इन परियोजनाओं से बेंगलुरु में निजी वाहनों पर निर्भरता कम होगी, जिससे ट्रैफिक और प्रदूषण दोनों में कमी आएगी।
प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा बेंगलुरु के लिए ऐतिहासिक साबित हुआ। तीन वंदे भारत ट्रेनें, नई येलो लाइन और मेट्रो फेज़-3 की आधारशिला—इन सभी ने शहर के भविष्य के लिए नई दिशा तय कर दी है। आने वाले वर्षों में बेंगलुरु की कनेक्टिविटी और परिवहन व्यवस्था में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा।
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