8 साल बाद टेस्ट में वापसी करेंगे लियाम डॉसन: इंग्लैंड और भारत के बीच चल रही रोमांचक टेस्ट सीरीज़ में बड़ा बदलाव हुआ है। इंग्लैंड ने अपने युवा स्पिनर शुएब बशीर के चोटिल होने के बाद अनुभवी स्पिनर लियाम डॉसन (Liam Dawson) को मैनचेस्टर टेस्ट के लिए टीम में शामिल किया है। डॉसन करीब 8 साल बाद टेस्ट क्रिकेट में वापसी कर रहे हैं, जिससे इंग्लैंड की स्पिन गेंदबाजी को मजबूती मिलने की उम्मीद है।

इंग्लैंड ने 2-1 से ली सीरीज़ में बढ़त:
सोमवार को समाप्त हुए चौथे टेस्ट मैच में इंग्लैंड ने भारत को 22 रन से हराकर पांच मैचों की सीरीज़ में 2-1 से बढ़त बना ली। यह मैच काफी रोमांचक रहा और दोनों टीमों के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिला। अब अंतिम और निर्णायक टेस्ट मैच 23 जुलाई से मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान में खेला जाएगा।
क्यों हुआ टीम में बदलाव?
चौथे टेस्ट में इंग्लैंड के युवा स्पिनर शुएब बशीर को कमर में दर्द की शिकायत हुई थी। मेडिकल जांच के बाद यह तय किया गया कि वह आखिरी टेस्ट नहीं खेल पाएंगे। ऐसे में टीम मैनेजमेंट ने अनुभवी ऑलराउंडर लियाम डॉसन को टीम में शामिल किया है।
कौन हैं लियाम डॉसन?
लियाम डॉसन एक बाएं हाथ के स्पिनर और निचले क्रम के बल्लेबाज हैं। उन्होंने अब तक इंग्लैंड के लिए केवल 3 टेस्ट मैच खेले हैं। डॉसन ने अपना आखिरी टेस्ट मैच दिसंबर 2017 में श्रीलंका के खिलाफ खेला था। उनके नाम 3 टेस्ट मैचों में 7 विकेट और 84 रन हैं।
हालांकि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उनका अनुभव सीमित है, लेकिन घरेलू क्रिकेट में उनका प्रदर्शन काफी शानदार रहा है। डॉसन हैम्पशायर काउंटी की ओर से खेलते हैं और उन्होंने इस सीजन में अब तक बेहतरीन गेंदबाजी की है।

घरेलू क्रिकेट में डॉसन का प्रदर्शन:
डॉसन ने काउंटी क्रिकेट में लगातार बेहतरीन प्रदर्शन किया है। 2024 सीज़न में उन्होंने अब तक:
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31 विकेट लिए हैं
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425 रन भी बनाए हैं
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उनकी गेंदबाजी औसत 19.45 रही है
इस प्रदर्शन को देखते हुए चयनकर्ताओं ने उन्हें टीम में शामिल किया है। खासकर ऐसे समय में जब इंग्लैंड को एक अनुभवी स्पिनर की ज़रूरत थी।
क्या कर सकते हैं डॉसन?
लियाम डॉसन एक उपयोगी ऑलराउंडर हैं। वह न सिर्फ स्पिन गेंदबाजी में मदद करेंगे बल्कि बल्लेबाजी में भी निचले क्रम में उपयोगी रन बना सकते हैं। ओल्ड ट्रैफर्ड की पिच आमतौर पर स्पिनरों के लिए मददगार मानी जाती है, ऐसे में डॉसन को अंतिम एकादश में मौका मिलना तय माना जा रहा है।
भारत के लिए बढ़ी चुनौती:
भारत को सीरीज़ में बने रहने के लिए मैनचेस्टर टेस्ट हर हाल में जीतना होगा। फिलहाल भारत सीरीज़ में 2-1 से पीछे है। अंतिम टेस्ट भारत के लिए “करो या मरो” जैसा होगा। इंग्लैंड की टीम जोश में है और घरेलू मैदान का फायदा भी उसे मिलेगा।
भारतीय टीम की संभावित रणनीति:
भारतीय टीम की ओर से गेंदबाजी में जसप्रीत बुमराह, रविचंद्रन अश्विन और रविंद्र जडेजा की तिकड़ी एक बार फिर महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। वहीं बल्लेबाजी में रोहित शर्मा, विराट कोहली और शुभमन गिल से बड़ी पारी की उम्मीद होगी।
लियाम डॉसन की टेस्ट टीम में वापसी इंग्लैंड के लिए एक अनुभवी विकल्प लेकर आई है। शुएब बशीर की गैरमौजूदगी में डॉसन से काफी उम्मीदें होंगी। वहीं भारत के लिए यह टेस्ट मैच बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि हारने पर सीरीज़ भी हाथ से निकल सकती है।
मैनचेस्टर टेस्ट 23 जुलाई से शुरू होगा और क्रिकेट फैंस को एक बार फिर एक रोमांचक मुकाबला देखने को मिलेगा।
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