आयकर ई-फाइलिंग: घर बैठे आसान तरीका

आयकर ई-फाइलिंग: भारत में हर साल करोड़ों लोग आयकर रिटर्न दाखिल करते हैं। पहले यह प्रक्रिया काफी लंबी और जटिल मानी जाती थी, लेकिन अब सरकार ने ई-फाइलिंग (Online Filing) की सुविधा शुरू करके इसे बहुत आसान बना दिया है। आज कोई भी व्यक्ति अपने मोबाइल या कंप्यूटर से कुछ ही मिनटों में घर बैठे आयकर रिटर्न भर सकता है। आइए जानते हैं कि आयकर ई-फाइलिंग क्या है, इसके फायदे क्या हैं और इसे कैसे किया जा सकता है।

आयकर ई-फाइलिंग
                  आयकर ई-फाइलिंग

आयकर ई-फाइलिंग क्या है?

आयकर ई-फाइलिंग का मतलब है कि आपको Income Tax Return (ITR) ऑनलाइन भरने और जमा करने की सुविधा मिलती है। इसके लिए आपको आयकर विभाग की आधिकारिक वेबसाइट www.incometax.gov.in पर जाकर अपना रिटर्न भरना होता है।

आयकर रिटर्न भरना क्यों ज़रूरी है?

आयकर रिटर्न केवल टैक्स देने के लिए नहीं, बल्कि कई तरह से लाभकारी है:

  1. कानूनी अनिवार्यता – अगर आपकी आय टैक्स योग्य सीमा से अधिक है तो ITR भरना अनिवार्य है।

  2. लोन और वीज़ा में सहायक – बैंक लोन या विदेश यात्रा के लिए वीज़ा आवेदन में ITR की कॉपी माँगी जाती है।

  3. टैक्स रिफंड – यदि आपने अधिक टैक्स दे दिया है तो ITR भरने के बाद आपको उसका रिफंड मिल सकता है।

  4. फाइनेंशियल रिकॉर्ड – यह आपके लिए आय का आधिकारिक रिकॉर्ड होता है।

किन लोगों को ITR भरना चाहिए?

  • जिनकी सालाना आय ₹2.5 लाख से अधिक (60 वर्ष से कम आयु के लिए)।

  • वरिष्ठ नागरिकों के लिए सीमा ₹3 लाख, और अति वरिष्ठ नागरिकों के लिए ₹5 लाख है।

  • जो लोग विदेशी आय कमाते हैं।

  • यदि आपने शेयर मार्केट, म्यूचुअल फंड या संपत्ति से लाभ कमाया है।

  • यदि आपके पास बैंक में ₹1 करोड़ से अधिक जमा है या सालाना बिजली बिल ₹1 लाख से अधिक है।

ई-फाइलिंग के फायदे:

  1. समय और पैसा दोनों की बचत
    अब टैक्स भरने के लिए किसी ऑफिस के चक्कर लगाने की ज़रूरत नहीं।

  2. आसान और सुरक्षित प्रक्रिया
    ऑनलाइन फाइलिंग पूरी तरह सुरक्षित और पारदर्शी है।

  3. जल्दी रिफंड मिलना
    ऑनलाइन फाइलिंग करने पर आपका रिफंड जल्दी प्रोसेस होता है।

  4. 24×7 सुविधा
    आप किसी भी समय और कहीं से भी रिटर्न भर सकते हैं।

  5. पेपरलेस प्रोसेस
    सभी दस्तावेज़ ऑनलाइन जमा होते हैं, जिससे पेपर वर्क कम होता है।

आयकर ई-फाइलिंग के लिए आवश्यक दस्तावेज़:

  1. पैन कार्ड (PAN Card)

  2. आधार कार्ड (Aadhaar Card)

  3. फॉर्म-16 (सैलरी वालों के लिए)

  4. बैंक खाता विवरण

  5. TDS सर्टिफिकेट्स

  6. निवेश और बीमा की रसीदें (यदि टैक्स बचत का दावा करना है)

ई-फाइलिंग करने का स्टेप-बाय-स्टेप तरीका:

1. आयकर पोर्टल पर रजिस्टर करें

  • वेबसाइट खोलें: www.incometax.gov.in

  • “Register” पर क्लिक करें और अपना PAN, आधार व अन्य जानकारी भरें।

2. लॉगिन करें

  • रजिस्ट्रेशन के बाद यूज़र आईडी (PAN) और पासवर्ड से लॉगिन करें।

3. सही ITR फॉर्म चुनें

  • यदि आप सैलरीड हैं तो आमतौर पर ITR-1 (सहज) आपके लिए उपयुक्त होता है।

  • व्यापार करने वालों या प्रोफेशनल्स के लिए अलग फॉर्म होते हैं जैसे ITR-3 या ITR-4।

4. आय और टैक्स विवरण भरें

  • सैलरी, व्यवसाय, ब्याज, किराया और अन्य आय की जानकारी भरें।

  • यदि कोई टैक्स पहले से जमा किया है तो उसकी जानकारी दर्ज करें।

5. टैक्स कैलकुलेशन और भुगतान

  • सिस्टम अपने आप टैक्स की गणना करेगा।

  • यदि अतिरिक्त टैक्स बनता है तो ऑनलाइन पेमेंट करें।

6. रिटर्न सबमिट करें और ई-वेरिफाई करें

  • सबमिट करने के बाद ई-वेरिफिकेशन करना ज़रूरी है।

  • ई-वेरिफिकेशन आप आधार OTP, नेट बैंकिंग या डिमेट अकाउंट से कर सकते हैं।

आयकर ई-फाइलिंग
              आयकर ई-फाइलिंग

ई-वेरिफिकेशन क्यों ज़रूरी है?

यदि आप ई-वेरिफिकेशन नहीं करते तो आपका रिटर्न अधूरा माना जाएगा। इसका मतलब है कि टैक्स रिफंड भी रुका रह सकता है। इसलिए रिटर्न भरने के तुरंत बाद ई-वेरिफाई करना ज़रूरी है।

आम गलतियों से बचें:

  1. गलत बैंक खाता विवरण भरना।

  2. इनकम का पूरा ब्यौरा न देना।

  3. निवेश या टैक्स बचत के सबूत न जोड़ना।

  4. ई-वेरिफिकेशन भूल जाना।

आयकर ई-फाइलिंग ने टैक्स प्रक्रिया को बेहद आसान और तेज़ बना दिया है। अब आप बिना किसी एजेंट या दफ्तर के चक्कर लगाए खुद ही ऑनलाइन रिटर्न भर सकते हैं। यह न केवल आपकी कानूनी जिम्मेदारी है बल्कि आपके लिए भविष्य में कई वित्तीय लाभ भी सुनिश्चित करती है।
तो यदि आपने अभी तक ई-फाइलिंग नहीं की है, तो आज ही आयकर पोर्टल पर लॉगिन करें और अपनी जिम्मेदारी पूरी करें।

ऐसे और भी National लेखों के लिए हमारे साथ जुड़े रहें! Khabari bandhu पर पढ़ें देश-दुनिया की ताज़ा ख़बरें — बिज़नेस, एजुकेशन, मनोरंजन, धर्म, क्रिकेट, राशिफल और भी बहुत कुछ।

निसार सैटेलाइट: भारत-अमेरिका की ऐतिहासिक साझेदारी

Leave a Comment

Exit mobile version