फेक नैटी: बॉडीबिल्डिंग की दुनिया में ‘फेक नैटी’ (Fake Natty) एक ऐसा शब्द बन चुका है, जो अक्सर विवादों और बहसों का केंद्र रहता है। फिटनेस, हेल्थ और मसल्स बिल्डिंग में रुचि रखने वाले लोगों के लिए यह जानना बेहद जरूरी है कि फेक नैटी आखिर होता क्या है, और इससे जुड़ी सच्चाइयाँ क्या हैं।

फेक नैटी क्या होता है?
‘फेक नैटी’ का अर्थ होता है वह व्यक्ति जो दावा करता है कि उसकी बॉडी या मसल्स नैचुरल यानी बिना किसी स्टेरॉयड या ड्रग्स के बनी है, जबकि असल में उसने एनाबोलिक स्टेरॉयड, हॉर्मोन या अन्य परफॉर्मेंस एन्हांसिंग ड्रग्स (PEDs) का सेवन किया होता है।
इस शब्द में दो हिस्से होते हैं:
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Fake (फेक) = झूठा/धोखेबाज़
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Natty (Natural) = प्राकृतिक रूप से बॉडी बनाने वाला
जब कोई व्यक्ति PEDs लेकर भी खुद को नैचुरल कहता है, तो वह Fake Natty कहलाता है।
फेक नैटी बनने का कारण:
1. सोशल मीडिया का दबाव
आज इंस्टाग्राम, यूट्यूब और अन्य प्लेटफॉर्म्स पर परफेक्ट बॉडी दिखाने का चलन है। लोग जल्दी फेम और फॉलोअर्स चाहते हैं, इसलिए वे नैचुरल दिखकर जनता को भ्रमित करते हैं।
2. सप्लीमेंट बेचने का लालच
कई फेक नैटी लोग खुद के नाम से प्रोटीन, फैट बर्नर, प्री-वर्कआउट आदि बेचते हैं और दावा करते हैं कि इनसे ही उनकी बॉडी बनी है, जबकि सच्चाई कुछ और होती है।
3. कंपटीशन जीतने की चाह
बॉडीबिल्डिंग कंपटीशन में कई बार लोग PEDs लेकर भी ‘नैचुरल कैटेगरी’ में हिस्सा लेते हैं, जिससे सही मायने में नैचुरल बॉडीबिल्डर्स के साथ अन्याय होता है।

फेक नैटी और नैचुरल बॉडीबिल्डर में अंतर:
बिंदु | नैचुरल बॉडीबिल्डर | फेक नैटी |
---|---|---|
प्रोग्रेस | धीरे-धीरे और सीमित | बहुत तेज और अवास्तविक |
हार्मोन लेवल | सामान्य | बढ़ा हुआ (जैसे टेस्टोस्टेरोन) |
फेस पर असर | सामान्य | अक्सर पिंपल्स, ऑयली स्किन |
जिम टाइम | समय अनुसार | कई घंटे और ओवरट्रेनिंग |
पारदर्शिता | साफ और ईमानदार | झूठा दावा |
फेक नैटी के नुकसान:
1. लोगों की उम्मीदें असलियत से बाहर हो जाती हैं
जब लोग फेक नैटी को देखकर खुद भी वैसी बॉडी पाना चाहते हैं, तो वे हताश हो जाते हैं क्योंकि नैचुरल रूप से वैसी बॉडी संभव नहीं होती।
2. मानसिक स्वास्थ्य पर असर
कई नौजवान डिप्रेशन या इंफीरियरिटी कॉम्प्लेक्स का शिकार हो जाते हैं जब उन्हें लगता है कि वे ‘काबिल’ नहीं हैं।
3. गलत प्रेरणा
फेक नैटी अपनी झूठी सफलता की कहानियाँ बेचते हैं, जिससे कई युवा भी स्टेरॉयड लेने की सोचने लगते हैं।

स्टेरॉयड से मिलने वाले संकेत:
फेक नैटी को पहचानने के कुछ संकेत होते हैं:
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बहुत कम बॉडी फैट के साथ भारी मसल्स
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महीनों में 8-10 किलो मसल्स गेन
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हमेशा पंप्ड और vascular लुक
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आवाज में भारीपन और मूड स्विंग्स
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बाल झड़ना और त्वचा संबंधी समस्याएं
क्या सभी बड़े बॉडीबिल्डर फेक नैटी होते हैं?
नहीं। कुछ प्रोफेशनल्स सच में नैचुरल होते हैं, लेकिन उनकी मेहनत, डाइट और जेनेटिक्स भी असाधारण होते हैं। हालांकि, अगर कोई आम लड़का बिना किसी अनुभव या सपोर्ट के 6 महीने में ‘फिल्मी बॉडी’ बना ले, तो संदेह होना स्वाभाविक है।
फेक नैटी से कैसे बचें?
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ऐसे फिटनेस ट्रेनर को फॉलो करें जो खुलकर PEDs या नैचुरल होने की बात करता हो।
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रियलिस्टिक गोल सेट करें।
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बॉडी से ज़्यादा हेल्थ पर ध्यान दें।
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हर फिटनेस आइडल पर आंख मूंदकर भरोसा न करें।
‘फेक नैटी’ सिर्फ एक शब्द नहीं, बल्कि आज की फिटनेस इंडस्ट्री की एक बड़ी सच्चाई है। हमें इसे समझना चाहिए और इस तरह की झूठी छवि को बढ़ावा देने से बचना चाहिए। याद रखें, स्वास्थ्य सबसे महत्वपूर्ण है, और नैचुरल बॉडी हमेशा टिकाऊ और सुरक्षित होती है।
“सच्ची मेहनत का कोई विकल्प नहीं होता – और ना ही कोई शॉर्टकट!”
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