कभी सोचा है कि भारत में लोग सुबह 5 बजे सिर्फ एक एनिमे फिल्म देखने के लिए थिएटर पहुँचेंगे? यह वही देश है जहाँ इतनी सुबह के शो आमतौर पर बड़े सितारों की फिल्मों के लिए होते हैं—जैसे शाह रुख़ खान की पठान, सलमान खान की ईद रिलीज़ या फिर रजनीकांत की मास एंटरटेनर। लेकिन अब 2025 में इतिहास बन चुका है। Demon Slayer: Infinity Castle ने भारतीय दर्शकों को बिस्तर छोड़कर सिनेमाघरों की ओर खींच लिया है।
यह फिल्म अब केवल जापानी एनिमे तक सीमित नहीं है; यह भारत के बॉक्स ऑफिस के लिए एक नए युग की शुरुआत है।
भारत में धमाकेदार शुरुआत
Demon Slayer: Infinity Castle का पहला भाग भारत में 12 सितंबर 2025 को रिलीज़ हुआ। जैसे ही एडवांस बुकिंग खुली, टिकटें हाथों-हाथ बिक गईं। भारत में इसे 1700 स्क्रीन तक रिलीज़ किया गया है। यह किसी जापानी एनिमे फिल्म के लिए अब तक का सबसे बड़ा स्केल है।
शहरों में हालात ऐसे थे कि सुबह 5 बजे शो रखे गए और वह भी हाउसफुल हुए। पुणे, मुंबई, बेंगलुरु, दिल्ली, हैदराबाद जैसे शहरों में दर्शकों ने लाइन लगाकर टिकट खरीदे।
5 AM शो का जादू

सुबह-सुबह थिएटर में जाना भारतीय दर्शकों के लिए कोई नई बात नहीं है, लेकिन ऐसा आमतौर पर केवल बड़े स्टार्स के लिए होता है। इस बार दर्शकों ने साफ कर दिया कि उनके लिए एनिमे किसी बॉलीवुड या हॉलीवुड ब्लॉकबस्टर से कम नहीं है।
पुणे में शो 5:15 बजे शुरू हुआ और कुछ ही मिनटों में हॉल खचाखच भर गया। नवी मुंबई के शो का समय 5:20 था और वहाँ भी वही नजारा था। बेंगलुरु और दिल्ली जैसे मेट्रो शहरों में 6:30 से 6:45 बजे तक के शो में भी सीटें खाली नहीं मिलीं।
सस्ते टिकटों ने बढ़ाया क्रेज़
इस फिल्म के लिए सुबह के शो रखे जाने का एक और कारण है—टिकट की कीमत। सुबह के शो में टिकट मात्र 110 या 120 रुपये में मिल रहे हैं, जबकि दिन और रात के शो में कीमतें 200 से 400 रुपये तक जा रही हैं।
यह रणनीति खासतौर पर छात्रों और युवा दर्शकों को आकर्षित करने के लिए बनाई गई है। यही वजह है कि हॉल्स में सबसे ज़्यादा भीड़ कॉलेज जाने वाली और स्कूल की उम्र के बच्चों की देखी गई।
प्री-बुकिंग का रिकॉर्ड
रिलीज़ से पहले ही एडवांस बुकिंग्स ने रिकॉर्ड बना दिए। सिर्फ कुछ ही दिनों में प्री-बुकिंग से फिल्म ने करोड़ों का कलेक्शन कर लिया। कई IMAX और जापानी 2D शो तो रिलीज़ से पहले ही ‘सोल्ड आउट’ हो गए थे।
बुकिंग प्लेटफ़ॉर्म्स पर लाखों लोगों ने इस फिल्म में ‘इंटरेस्टेड’ दिखाया। थिएटर चेन को मजबूर होकर अतिरिक्त शो जोड़ने पड़े।
भाषाएँ और फॉर्मेट्स
फिल्म को सिर्फ जापानी भाषा में ही नहीं बल्कि हिंदी, तमिल, तेलुगु और अंग्रेज़ी डब वर्शन में भी रिलीज़ किया गया। यही वजह है कि देशभर के दर्शकों तक यह फिल्म आसानी से पहुँची।
IMAX और बड़े मल्टीप्लेक्स में खास शो रखे गए ताकि फैंस को विजुअल एक्सपीरियंस और भी भव्य लगे।
क्यों है इतना बड़ा क्रेज़?
1. युवाओं की बदलती पसंद
कोविड के बाद भारत की नई पीढ़ी ने ग्लोबल कल्चर को तेजी से अपनाया है। आज के स्टूडेंट्स और युवा K-dramas देखते हैं, BTS सुनते हैं और जापानी एनिमे में डूबे रहते हैं। इंटरनेट ने दुनिया को छोटा बना दिया है और भारत का दर्शक अब टोक्यो या सियोल के दर्शक से किसी भी तरह पीछे नहीं है।
2. बॉलीवुड और हॉलीवुड की थकान
आज की तारीख में बॉलीवुड और हॉलीवुड दोनों ही ‘फॉर्मूला’ कंटेंट में फँसे हुए हैं। Avengers: Endgame के बाद मार्वल और डीसी की चमक फीकी पड़ गई है। वहीं, बॉलीवुड की कहानियाँ भी दोहराई हुई लग रही हैं। एनिमे यहाँ नई, ताज़गी भरी और भावनाओं से भरपूर कहानियाँ लेकर आता है।
3. इमोशनल कनेक्शन
एनिमे सिर्फ एक्शन और फैंटेसी नहीं है। यह गहरी भावनाएँ, रिश्ते और संघर्ष दिखाता है। Demon Slayer की कहानी दर्शकों को रुलाती भी है और रोमांचित भी करती है। यही वजह है कि दर्शक इसे बड़े पर्दे पर जीना चाहते हैं।
‘Demon Slayer’ बनाम ब्लॉकबस्टर्स
जब कोई फिल्म भारत में 1700 स्क्रीन पर रिलीज़ होती है और सुबह 5 बजे हाउसफुल शो देती है, तो उसकी तुलना सीधे बॉलीवुड ब्लॉकबस्टर्स और हॉलीवुड के मेगा फ्रेंचाइज़ से की जाती है।
Demon Slayer: Infinity Castle की रिलीज़ का स्केल और उत्साह वैसा ही है जैसा Avengers या Avatar जैसी फिल्मों का हुआ करता था। अब एनिमे भी उसी लीग में खड़ा नज़र आ रहा है।
फैंस का जुनून
यह सिर्फ ऑनलाइन चर्चा नहीं है, बल्कि सिनेमा हॉलों में दिखाई देने वाला उत्साह है। सोशल मीडिया पर फैंस अपने टिकट्स की तस्वीरें डाल रहे हैं, कॉसप्ले में थिएटर पहुँच रहे हैं और शो के बाद भावुक रिव्यूज़ लिख रहे हैं।
इस फिल्म ने यह साबित कर दिया है कि भारत में एनिमे अब सबकल्चर नहीं, बल्कि मेनस्ट्रीम है।
चुनौतियाँ भी कम नहीं
हालाँकि फिल्म का क्रेज़ बहुत ज़्यादा है, लेकिन कुछ चुनौतियाँ भी सामने हैं।
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पायरेसी अब भी एक बड़ा खतरा है। रिलीज़ से पहले ही लीक होने की आशंका रहती है।
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हर शहर में 5 AM शो रखना संभव नहीं। छोटे शहरों में अभी भी थिएटर मालिक रिस्क लेने से बचते हैं।
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डबिंग और सबटाइटल्स का असर दर्शकों के अनुभव पर पड़ता है। हर भाषा में इमोशनल इम्पैक्ट उतना गहरा पहुँचे, यह ज़रूरी है।
Demon Slayer: Infinity Castle ने भारतीय बॉक्स ऑफिस पर नया इतिहास लिख दिया है। यह सिर्फ एक फिल्म नहीं, बल्कि एक सांस्कृतिक क्रांति है। जब दर्शक सुबह 5 बजे उठकर सिनेमा हॉल पहुँचने लगें और टिकटें रिलीज़ से पहले ही बिक जाएँ, तो यह साफ संकेत है कि भारत अब एनिमे के लिए तैयार है।
यह फिल्म आने वाली पीढ़ी की पसंद को परिभाषित कर रही है। यह बता रही है कि भारत में सिनेमा का भविष्य सिर्फ बॉलिवुड या हॉलीवुड तक सीमित नहीं रहेगा। एनिमे अब वही स्थान ले रहा है जो कभी बड़े सितारों की फिल्मों का हुआ करता था।
भारत का नया बॉक्स ऑफिस युग शुरू हो चुका है—और उसकी अगुवाई कर रहा है Demon Slayer: Infinity Castle।
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