मीठा खाना है लेकिन हेल्दी भी? डार्क चॉकलेट और खजूर के बीच चल रही है जंग! | Dark Chocolate Vs Dates

Dark Chocolate Vs Dates: आज की दुनिया में सेहतमंद रहना जितना ज़रूरी हो गया है, उतना ही मुश्किल भी। हम मोबाइल और स्क्रीन से चिपके रहते हैं, लेकिन फिर भी दिन में 10,000 कदम पूरे करने की कोशिश करते हैं। जंक फूड से दूरी बनाना चाहते हैं, ग्लूटेन से परहेज़ करते हैं, लेकिन मीठे के लिए मन कभी-कभी ज़रूर मचलता है।

ऐसे में जब बात मीठी चीज़ों की आती है, तो अक्सर यह सवाल उठता है: डार्क चॉकलेट और खजूर में से कौन ज़्यादा हेल्दी है?
अगर आप भी इस सवाल को लेकर उलझन में हैं, तो चलिए आज इसका आसान और साफ जवाब ढूंढ़ते हैं।

मीठा खाएं, लेकिन समझदारी से

स्वस्थ खाने की शुरुआत अक्सर चीनी कम करने से होती है। हम कोशिश करते हैं कि प्रोसेस्ड शुगर से दूरी बनाएं और नेचुरल स्वीटनर्स को अपनाएं।
डार्क चॉकलेट और खजूर, दोनों ही हमें मीठे का स्वाद देते हैं, लेकिन दोनों की पोषण प्रोफाइल एक-दूसरे से बहुत अलग होती है।

डार्क चॉकलेट बनाम खजूर: शुगर कंटेंट में कौन भारी?

डार्क चॉकलेट को अक्सर हार्ट-फ्रेंडली फूड कहा जाता है। यह बात सच है कि हर डार्क चॉकलेट एक जैसी नहीं होती।
अगर आप 70 से 80 प्रतिशत कोको वाली डार्क चॉकलेट खाते हैं, तो उसमें चीनी की मात्रा कम होती है और इसका सेवन सेहत के लिए बेहतर माना जाता है।

वहीं दूसरी तरफ, खजूर को नेचर का कैंडी कहा जाता है। इसमें प्राकृतिक चीनी होती है, लेकिन इसकी मात्रा काफी ज़्यादा है।
100 ग्राम खजूर में लगभग 68.84 ग्राम प्राकृतिक चीनी होती है।
विशेषज्ञों के अनुसार, खजूर का हाई ग्लाइसेमिक लोड आपकी शुगर क्रेविंग को और बढ़ा सकता है।

एंटीऑक्सिडेंट्स की बात करें तो डार्क चॉकलेट है आगे

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डार्क चॉकलेट को सिर्फ स्वाद के लिए नहीं, बल्कि उसके एंटीऑक्सिडेंट गुणों के लिए भी जाना जाता है।
इसमें मौजूद फ्लावोनॉइड्स जैसे एपिकेटचिन और कैटेचिन, हमारे शरीर में ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करते हैं और हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाते हैं।

डार्क चॉकलेट:

  • ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में सहायक
  • रक्त वाहिकाओं की कार्यप्रणाली सुधारता है
  • इंसुलिन सेंसिटिविटी बढ़ाता है

वहीं, खजूर में भी पोटैशियम, मैग्नीशियम और विटामिन B6 जैसे महत्वपूर्ण मिनरल्स होते हैं, लेकिन उसकी कार्डियोवैस्कुलर हेल्थ में सीधी भूमिका कम मानी जाती है क्योंकि उसमें शुगर बहुत अधिक होती है।

फाइबर की बात करें तो खजूर है ज़्यादा फायदेमंद

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जहां तक फाइबर की बात है, खजूर इस मामले में विजेता है।
दो मीडियम साइज़ खजूर में लगभग 3.3 ग्राम डाइटरी फाइबर होता है, जो पाचन तंत्र को सुधारता है और पेट भरा हुआ महसूस कराता है।

डार्क चॉकलेट में फाइबर की मात्रा थोड़ी कम है, लेकिन इसमें मौजूद पॉलीफेनॉल्स ऐसे हार्मोन को सक्रिय करते हैं जो भूख को नियंत्रित करते हैं।
यह हार्मोन हैं:

  • GLP-1 (Glucagon-like peptide-1)
  • PYY (Peptide YY)

ये हार्मोन्स भूख को नियंत्रित करते हैं और अधिक खाने से रोकते हैं।

मिनरल्स और माइक्रोन्यूट्रिएंट्स: दोनों का है योगदान

इस मामले में दोनों फूड्स की अपनी-अपनी खूबियां हैं।
खजूर में भरपूर मात्रा में:

  • पोटैशियम
  • मैग्नीशियम
  • आयरन
  • फाइबर

ये सभी पाचन और मेटाबॉलिज्म में सहायक हैं।

डार्क चॉकलेट भी पीछे नहीं है। इसमें होता है:

  • आयरन
  • मैग्नीशियम
  • कॉपर
    और सबसे बड़ी बात — डार्क चॉकलेट में जो एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं, वे डेट्स से कहीं ज़्यादा शक्तिशाली माने जाते हैं, जो शरीर में सूजन को कम करते हैं और दिल की सेहत को बेहतर बनाते हैं।

मन और मूड पर असर: चॉकलेट का जादू

अब बात करें भावनाओं की — तो इसमें डार्क चॉकलेट का मुकाबला कोई नहीं कर सकता।
चॉकलेट और मूड का रिश्ता बहुत गहरा है।
डार्क चॉकलेट खाने से शरीर में ‘फील-गुड’ हार्मोन्स जैसे सेरोटोनिन रिलीज़ होते हैं, जो आपको बेहतर महसूस कराते हैं।

हालांकि, ये मतलब नहीं कि आप डार्क चॉकलेट की एक पूरी बार खा जाएं। मॉडरेशन ज़रूरी है।
थोड़ी-सी मात्रा में ली गई डार्क चॉकलेट, आपके मूड को भी अच्छा रखेगी और शरीर पर भी भारी नहीं पड़ेगी।

हेल्थ एक्सपर्ट्स का क्या कहना है?

वाणी कृष्णा, चीफ न्यूट्रिशनिस्ट, मणिपाल हॉस्पिटल, वार्थुर कहती हैं:

“मैं डार्क चॉकलेट को हेल्दी मानती हूं क्योंकि इसमें फ्लावनोल्स की सबसे अच्छी डाइटरी सोर्स होती है। इसमें एपिकेटचिन और कैटेचिन जैसे कंपाउंड होते हैं, जो ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को घटाते हैं और दिल की सेहत को सुधारते हैं।”

वह बताती हैं कि जहां खजूर पाचन में मदद करता है, वहीं डार्क चॉकलेट हार्ट हेल्थ और इन्फ्लेमेशन कम करने में ज़्यादा असरदार है।

आखिर में निष्कर्ष: क्या चुनें?

अब बात आती है असली सवाल की — खजूर या डार्क चॉकलेट?
इसका जवाब पूरी तरह आपकी डायटरी ज़रूरतों और स्वास्थ्य लक्ष्यों पर निर्भर करता है।

  • अगर आप पाचन, फाइबर और आयरन की पूर्ति चाहते हैं, तो खजूर फायदेमंद है।

  • लेकिन अगर आप शुगर कंट्रोल, दिल की सेहत और एंटीऑक्सिडेंट की तलाश में हैं, तो डार्क चॉकलेट बेहतर विकल्प है।

लेकिन दोनों ही विकल्पों में एक बात सामान्य है — मॉडरेशन।
जैसे कोई भी दवा ज़्यादा मात्रा में हानिकारक हो सकती है, वैसे ही सबसे हेल्दी फूड भी अगर ज़्यादा खाया जाए, तो नुकसानदेह हो सकता है।

मीठे का सही विकल्प चुनें — होशियारी से

हम सबका मीठे से गहरा रिश्ता है। कभी मूड अच्छा करने के लिए, कभी त्योहार मनाने के लिए, तो कभी सिर्फ इसलिए कि मन कर रहा है।
डार्क चॉकलेट और खजूर, दोनों ही प्रोसेस्ड शुगर वाले डेज़र्ट्स से कहीं बेहतर हैं, बशर्ते आप इन्हें सोच-समझकर और सही मात्रा में खाएं।

इसलिए अगली बार जब मीठा खाने का मन हो, तो सोचिए — आपका शरीर क्या चाहता है? तृप्ति या तात्कालिक स्वाद?

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