दुनिया में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की दौड़ तेज़ी से बढ़ रही है। हर बड़ी टेक कंपनी चाहती है कि उसके पास सबसे बेहतरीन AI टैलेंट हो, ताकि वे भविष्य की तकनीकों में सबसे आगे रहें। इस दौड़ में अब एक और बड़ा नाम जुड़ गया है – Daniel Gross, जो अब Meta Platforms की सुपरइंटेलिजेंस लैब का हिस्सा बन गए हैं। उनकी यह नई भूमिका सिर्फ एक करियर शिफ्ट नहीं, बल्कि दुनिया के सबसे बड़े तकनीकी बदलावों में से एक का हिस्सा बनने जैसा है।
Daniel Gross कौन हैं?
Daniel Gross का नाम AI और टेक्नोलॉजी की दुनिया में बहुत ही सम्मान के साथ लिया जाता है। वे Safe Superintelligence Inc. (SSI) के पूर्व CEO और को-फाउंडर रहे हैं। SSI एक ऐसा स्टार्टअप है जो “सुरक्षित सुपरइंटेलिजेंस” बनाने पर काम कर रहा है – मतलब ऐसा AI जो न सिर्फ ताकतवर हो, बल्कि इंसानों के हित में काम करे और किसी भी तरह का खतरा पैदा न करे।
Daniel पहले भी कई बड़ी कंपनियों और प्रोजेक्ट्स से जुड़े रह चुके हैं। उन्होंने Cue नाम का एक AI सर्च स्टार्टअप शुरू किया था जिसे Apple ने 2013 में खरीद लिया था। इसके बाद उन्होंने Apple में AI और सर्च टेक्नोलॉजी पर कई साल तक काम किया। फिर वे Y Combinator जैसे दुनिया के सबसे मशहूर स्टार्टअप एक्सेलरेटर में पार्टनर के रूप में शामिल हुए। वहां उन्होंने कई नए स्टार्टअप्स को ग्रो करने में मदद की।
Meta क्यों बनी उनकी अगली मंज़िल?
2025 में Daniel Gross ने SSI को छोड़ने का फैसला लिया। उनकी इस विदाई के बाद SSI के दूसरे को-फाउंडर और OpenAI के पूर्व चीफ साइंटिस्ट Ilya Sutskever अब कंपनी के नए CEO बन गए हैं। Daniel ने भले ही अपने सोशल मीडिया पोस्ट में Meta का नाम नहीं लिया, लेकिन यह साफ हो गया है कि वे अब Meta की नई और महत्वाकांक्षी सुपरइंटेलिजेंस लैब में काम करेंगे।
Meta की इस नई AI टीम को “Superintelligence Lab” कहा जा रहा है, जो ऐसे AI सिस्टम बनाने पर फोकस करेगी जो इंसानों की तरह सोच सकें या उनसे भी बेहतर काम कर सकें। इसे Artificial General Intelligence (AGI) कहा जाता है – एक ऐसी तकनीक जो आने वाले समय में पूरी दुनिया की दिशा बदल सकती है।
Mark Zuckerberg की बड़ी AI रणनीति
Meta (जिसे पहले Facebook कहा जाता था) के CEO Mark Zuckerberg इन दिनों खुद इस मिशन की अगुवाई कर रहे हैं। वह AI की दुनिया में Meta को सबसे आगे लाना चाहते हैं और इसके लिए वे दुनिया भर के टॉप AI टैलेंट को अपनी कंपनी में जोड़ने में लगे हैं।
रिपोर्ट्स के अनुसार, Zuckerberg खुद ऐसे टैलेंटेड लोगों को Palo Alto और Lake Tahoe में अपने घर बुलाकर मीटिंग कर रहे हैं। वह चाहते हैं कि Meta AI और AGI के क्षेत्र में सबसे बड़ी शक्ति बनकर उभरे।
Daniel Gross का Meta में आना इसी रणनीति का हिस्सा है। उनके आने से Meta की AI टीम को एक ऐसा लीडर मिल गया है जिसे तकनीकी गहराई और बिज़नेस वेंचर दोनों का अनुभव है।
Nat Friedman और Alexandr Wang भी हुए शामिल
Daniel Gross अकेले नहीं हैं जो Meta की इस नई सुपरइंटेलिजेंस टीम में शामिल हुए हैं। उनके साथ-साथ उनके पुराने सहयोगी और GitHub के पूर्व CEO Nat Friedman भी अब इस मिशन का हिस्सा बन गए हैं। Nat और Daniel पहले से ही मिलकर एक वेंचर फर्म NFDG चलाते हैं, और अब Meta ने इस वेंचर में हिस्सेदारी लेने की पेशकश भी की है।
Meta की इस सुपरइंटेलिजेंस टीम को अब Nat Friedman और Scale AI के पूर्व CEO Alexandr Wang मिलकर लीड कर रहे हैं। यानी कि यह टीम अब कई ऐसे अनुभवी लोगों से भरी हुई है जिनके पास न सिर्फ AI का ज्ञान है, बल्कि बिज़नेस और स्टार्टअप दुनिया की गहरी समझ भी है।
SSI से विदाई: लेकिन क्यों?
Daniel Gross की SSI से विदाई की खबर ने बहुत लोगों को चौंका दिया, क्योंकि SSI को उन्होंने खुद Ilya Sutskever के साथ मिलकर शुरू किया था। इस कंपनी का मकसद था एक ऐसा AI बनाना जो न सिर्फ ताकतवर हो, बल्कि पूरी तरह से सेफ और मानवता के पक्ष में काम करे।
SSI अभी भी एक “stealth-mode” कंपनी है – मतलब कि वह अपने काम को बहुत ज्यादा पब्लिक नहीं करती। लेकिन Daniel का वहां से जाना और Meta में शामिल होना यह दिखाता है कि उनकी नजरें अब और भी बड़े प्लेटफॉर्म और रिसोर्सेज पर हैं।
उन्होंने SSI छोड़ते वक्त लिखा, “कंपनी का भविष्य बहुत उज्ज्वल है, और मैं उम्मीद करता हूं कि वहां चमत्कार होंगे।” इससे साफ पता चलता है कि उनके जाने का फैसला किसी नकारात्मक वजह से नहीं, बल्कि किसी नए मिशन के लिए था।
AI की लड़ाई अब और तेज़
आज की तारीख में हर बड़ी टेक कंपनी – जैसे Google, OpenAI, Microsoft, Amazon और अब Meta – AGI (Artificial General Intelligence) पर काम कर रही है। यह ऐसी टेक्नोलॉजी है जो इंसानों जैसी सोच और निर्णय क्षमता रखती है।
Meta अब इस होड़ में सबसे तेज़ भागने की तैयारी में है। Daniel Gross, Nat Friedman और Alexandr Wang जैसे लोगों को अपनी टीम में शामिल करके Meta ने यह साफ कर दिया है कि वह सिर्फ सोशल मीडिया कंपनी नहीं रहना चाहती, बल्कि AGI की दुनिया में एक लीडर बनना चाहती है।
Daniel Gross का करियर: सफलता की कहानी
Daniel Gross का सफर एक साधारण टेक इंजीनियर से लेकर एक बड़े AI लीडर तक का है। Cue नाम का स्टार्टअप शुरू करना, Apple द्वारा उसका अधिग्रहण, Apple में AI पर काम करना, फिर Y Combinator का हिस्सा बनना और अब Meta में शामिल होना – यह सफर किसी भी युवा इंजीनियर या स्टार्टअप फाउंडर के लिए प्रेरणा से भरा है।
उन्होंने तकनीक को सिर्फ कोड या मशीन की तरह नहीं देखा, बल्कि एक मिशन की तरह लिया है – इंसान की मदद करने वाली तकनीक बनाने का मिशन।
Meta का भविष्य: क्या बनेगा AI का नया राजा?
Meta ने हाल के महीनों में जिस तरह से AI क्षेत्र में निवेश बढ़ाया है, उससे लगता है कि वह अब केवल सोशल मीडिया तक सीमित नहीं रहना चाहती। Mark Zuckerberg खुद AGI पर काम करने वालों से बात कर रहे हैं, और Daniel Gross जैसे नामों को लाकर वह यह साबित कर रहे हैं कि Meta अब “फ्यूचर टेक्नोलॉजी कंपनी” बनना चाहती है।
AI सुपरइंटेलिजेंस की दिशा में Meta की यह यात्रा अब एक नए मोड़ पर आ गई है। और Daniel Gross जैसे विज़नरी के शामिल होने से यह तय है कि कुछ बड़ा होने वाला है।
एक नई शुरुआत, एक बड़ा सपना
Daniel Gross का Meta में शामिल होना केवल एक नई नौकरी नहीं, बल्कि एक बड़ा मिशन है – ऐसा AI बनाना जो दुनिया को बदल दे। SSI से विदाई, Meta की AI रणनीति, Zuckerberg की पर्सनल भागीदारी, और इस पूरी कहानी के हर पहलू को देखने के बाद एक बात साफ हो जाती है – दुनिया अब एक नए AI युग की ओर बढ़ रही है।
Gross जैसे लीडर्स इस बदलाव को दिशा देंगे। और हम सब बस उम्मीद कर सकते हैं कि यह बदलाव मानवता के हित में हो।
ऐसे और भी Technology टॉपिक के ऊपर लेखों के लिए हमारे साथ जुड़े रहें! Khabari bandhu पर पढ़ें देश-दुनिया की ताज़ा ख़बरें — बिज़नेस, एजुकेशन, मनोरंजन, धर्म, क्रिकेट, राशिफल और भी बहुत कुछ।
Pixel 6a को मिलेगा अनिवार्य Android 16 अपडेट: बैटरी सुरक्षा को लेकर Google का बड़ा फैसला
ehttps://khabaribandhu.com/samsung-galaxy-watch-8-watch-faces-leak/