प्याज़ की सब्ज़ी: एक साधारण स्वाद जो हर भारतीय रसोई में खास है

प्याज़ की सब्ज़ी

प्याज़ की सब्ज़ी: भारतीय रसोई में प्याज़ का स्थान केवल एक स्वाद बढ़ाने वाले सामग्री का नहीं है, बल्कि कई बार यह स्वयं एक संपूर्ण व्यंजन का आधार बन जाता है। ऐसी ही एक लाजवाब और बहुउपयोगी सब्ज़ी है — प्याज़ की सब्ज़ी। यह सब्ज़ी जितनी सरल है, उतनी ही स्वादिष्ट, झटपट बनने वाली और … Read more

आलू मूली का ठेचुआ: उत्तराखंड के स्वाद और परंपरा की झलक

आलू मूली का ठेचुआ

आलू मूली का ठेचुआ: उत्तराखंड की रसोई केवल स्वाद तक सीमित नहीं है, बल्कि वह एक सांस्कृतिक विरासत भी है। यहां के हर पकवान में पहाड़ी जीवनशैली, मौसम, संसाधनों और परंपरा की छाप देखने को मिलती है। ऐसा ही एक पारंपरिक और लाजवाब व्यंजन है – “आलू मूली का ठेचुआ”। इसे आमतौर पर सर्दियों में … Read more

हॉर्लिक्स अब घर में! जानिए हेल्दी होममेड हॉर्लिक्स बनाने और स्टोर करने का सही तरीका

हॉर्लिक्स: हॉर्लिक्स एक प्रसिद्ध हेल्थ ड्रिंक है जो खासतौर पर बच्चों, बूढ़ों और बीमार लोगों के लिए ताकत बढ़ाने वाला पेय माना जाता है। यह दूध के साथ मिलाकर पिया जाता है और इसमें माल्टेड जौ, गेहूं, दूध पाउडर, विटामिन्स और मिनरल्स होते हैं। इसका स्वाद मीठा, हल्का और पोषक होता है। बाजार में यह … Read more

चैंसू भात – उत्तराखंड की पारंपरिक थाली से एक पौष्टिक सौगात

चैंसू भात

चैंसू भात: चैंसू (ज्यादातर Chainsoo कहा जाता है) उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्र—विशेषकर गढ़वाल एवं कुमाऊँ—में लंबे समय से बनाए जाने वाली उड़द की दाल से बनने वाली पारंपरिक डिश है। इसे सर्दियों में या त्योहारों पर विशेष रूप से बनाया जाता रहा है क्योंकि यह ऊर्जा‑वर्धक व प्रोटीनयुक्त होती है। नाम “चैंसू/चैनसू” संभवतः स्थानीय बोलचाल … Read more

बिसी बेले भात: महल की रसोई से आम जन की थाली तक

बिसी बेले भात

बिसी बेले भात एक पारंपरिक और बेहद प्रसिद्ध कर्नाटक व्यंजन है, जो स्वाद, पौष्टिकता और संस्कृति का अनोखा मेल है। इस डिश का नाम ही अपने स्वाद और तापमान को दर्शाता है: बिसी = गरम बेले = दाल भात = चावल आधारित व्यंजन यानि — “गरम दाल चावल का मिश्रण”, जो विशेष मसालों, ताजे सब्जियों … Read more

दही कांजी: पारंपरिक स्वाद और आर. माधवन की पसंदीदा रेसिपी

दही कांजी

दही कांजी: भारत में पारंपरिक पेय पदार्थों की सूची में कांजी एक महत्वपूर्ण स्थान रखती है। कांजी का नाम सुनते ही स्वाद में खटास, मसालों की तीव्रता और पेट को ठंडक देने वाला अनुभव याद आता है। लेकिन जब इसमें दही मिलाया जाता है, तो यह एक नई परंपरा और स्वाद का संगम बन जाता … Read more

जिसे सब्ज़ियों की रानी कहा गया – तुरई की कहानी और रेसिपी

रेसिपी

तुरई: भारतीय रसोई में ऐसी कई सब्ज़ियाँ हैं जो स्वाद और सेहत का बेहतरीन संगम पेश करती हैं। इन्हीं में एक है तुरई, जिसे अलग-अलग क्षेत्रों में “तोरी”, “तुरई”, “गिलकी” या “ridge gourd” के नाम से जाना जाता है। देखने में सीधी-सादी परन्तु पौष्टिकता और लाभ से भरपूर तुरई को अक्सर लोग कम महत्व देते … Read more

छाछ की ठंडी जादूगरी: स्वाद भी, इतिहास भी

छाछ

गर्मियों में जब सूरज आग उगलता है और शरीर थकावट से चूर हो जाता है, तब एक चीज़ है जो शरीर को ठंडक और ताजगी देती है – छाछ (Buttermilk)। यह केवल एक पेय नहीं है, बल्कि भारतीय संस्कृति में इसका स्थान औषधीय और पारंपरिक दोनों रूपों में है। छाछ को अलग-अलग राज्यों में मट्ठा, … Read more

दही करी: एक पारंपरिक व्यंजन का स्वाद और इतिहास

दही करी

दही करी: भारत के विविध व्यंजनों में “दही करी” एक ऐसा व्यंजन है जो ना सिर्फ स्वाद में लाजवाब है बल्कि इसका इतिहास भी बहुत पुराना है। अलग-अलग राज्यों में इसे अलग-अलग नाम और विधियों से बनाया जाता है – कहीं इसे कढ़ी कहा जाता है, तो कहीं मोढ़ी, दही वाली सब्ज़ी या दही करी। … Read more

कोलकाता से कुंग-फू तक: मंचूरियन (वेज) की चटपटी गाथा

मंचूरियन

मंचूरियन आज हर भारतीय रेस्तरां और स्ट्रीट फूड स्टॉल का सुपरस्टार बन चुका है। चाहे वो वेज मंचूरियन हो या चिकन मंचूरियन, इसके तीखे, खट्टे और चटपटे स्वाद ने लोगों के दिलों में खास जगह बना ली है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह डिश असल में चीन की नहीं, बल्कि भारत की ही … Read more

Exit mobile version