कस्टर्ड कैसे बनाएं: कस्टर्ड एक बेहद लोकप्रिय और स्वादिष्ट मिठाई है, जो दूध, चीनी और अंडे या कॉर्नफ्लोर से बनाई जाती है। इसका texture मुलायम, क्रीमी और मुँह में घुलने वाला होता है, जो बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी को पसंद आता है। आज यह हर घर की आम मिठाई बन चुकी है, लेकिन इसके पीछे की कहानी और इतिहास भी उतना ही रोचक है।

कस्टर्ड का इतिहास:
कस्टर्ड का इतिहास यूरोप के मध्य युग से जुड़ा हुआ है। इसे पहली बार इंग्लैंड और फ्रांस में 14वीं शताब्दी के आस-पास बनाया गया था। उस समय इसे आमतौर पर “custarde” कहा जाता था। कस्टर्ड का नाम लैटिन शब्द crustade से आया है, जिसका अर्थ होता है “पेस्ट्री में भरी जाने वाली चीज”।
मूल रूप से कस्टर्ड मीठा नहीं बल्कि नमकीन डिश हुआ करती थी। समय के साथ इसमें मीठे तत्व (चीनी, दूध और फल) जोड़े गए और यह एक डेज़र्ट बन गई। फ्रांस में इसे Crème anglaise कहा जाता है, जिसका मतलब है “अंग्रेज़ी क्रीम”। फ्रेंच और ब्रिटिश राजाओं की रसोइयों में इसे विशेष रूप से परोसा जाता था।
भारत में कस्टर्ड की शुरुआत ब्रिटिश काल के दौरान हुई, जब अंग्रेज अफसर इसे अपने साथ लेकर आए। भारत में अंडे के विकल्प के रूप में कॉर्नफ्लोर का प्रयोग शुरू हुआ और आज इसका वेजिटेरियन रूप ज्यादा प्रचलित है। गर्मी के मौसम में ठंडा-ठंडा फ्रूट कस्टर्ड भारतीय घरों में आम डेज़र्ट बन गया है।
कस्टर्ड बनाने के लिए आवश्यक सामग्री (4 लोगों के लिए):
सामग्री:
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दूध – 1 लीटर
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वेनिला फ्लेवर कस्टर्ड पाउडर – 3 बड़े चम्मच
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चीनी – 5 बड़े चम्मच (स्वाद अनुसार)
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फल (ऐपल, केला, अंगूर, अनार, आम आदि) – कटे हुए, 2 कप
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सूखे मेवे (वैकल्पिक) – काजू, बादाम, किशमिश
कस्टर्ड बनाने की विधि (स्टेप बाय स्टेप):
स्टेप 1: दूध को उबालें
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सबसे पहले एक गहरे पैन में दूध को मध्यम आंच पर उबालें।
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जब तक दूध गर्म हो रहा हो, तब तक आप कस्टर्ड पाउडर को घोल सकते हैं।
स्टेप 2: कस्टर्ड पाउडर का घोल बनाएं
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एक बाउल में ½ कप ठंडा दूध लें।
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उसमें 3 बड़े चम्मच वेनिला कस्टर्ड पाउडर डालें और अच्छी तरह मिलाएं ताकि कोई गाठें न रहें।
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ध्यान रखें कि यह मिश्रण एकदम स्मूद हो।

स्टेप 3: कस्टर्ड मिलाना
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जब दूध उबालने लगे, उसमें धीरे-धीरे कस्टर्ड का घोल डालें।
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इस दौरान लगातार चलाते रहें ताकि मिश्रण गाढ़ा हो और नीचे से जले नहीं।
स्टेप 4: चीनी मिलाना
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अब इसमें स्वादानुसार चीनी डालें और चलाते रहें जब तक वह घुल न जाए।
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मिश्रण हल्का गाढ़ा होने लगेगा। ध्यान दें कि ठंडा होने पर यह और गाढ़ा हो जाता है।
स्टेप 5: ठंडा करना
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गैस बंद करें और मिश्रण को पूरी तरह से ठंडा होने दें।
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इसके बाद फ्रिज में कम से कम 2 घंटे के लिए रख दें।
स्टेप 6: फलों को मिलाएं
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कस्टर्ड जब अच्छे से ठंडा हो जाए, तब कटे हुए फल और सूखे मेवे डालें।
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ध्यान रखें कि फल ताजे और अच्छे से धुले हुए हों।
स्टेप 7: परोसें
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ठंडा-ठंडा कस्टर्ड सर्विंग बाउल में डालें और ऊपर से कुछ फल सजाकर सर्व करें।
फ्रूट कस्टर्ड के लिए कुछ टिप्स:
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फल ताजे ही डालें – केले और सेब जैसे फल कटने के बाद जल्दी काले हो जाते हैं, तो इन्हें परोसने से ठीक पहले ही डालें।
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कस्टर्ड गाढ़ा चाहिए? – तो पाउडर थोड़ा ज्यादा डालें, लेकिन ध्यान रखें कि गांठें न बनें।
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चीनी कम रखें – क्योंकि फल पहले से मीठे होते हैं, तो ज़्यादा चीनी न डालें।
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फ्लेवर बदल सकते हैं – वेनिला के अलावा केसर, स्ट्रॉबेरी या चॉकलेट कस्टर्ड पाउडर का भी प्रयोग कर सकते हैं।
कस्टर्ड की विविधताएं (Variants of Custard):
प्रकार | विवरण |
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फ्रूट कस्टर्ड | फल और कस्टर्ड का मिश्रण |
एग कस्टर्ड | अंडे से बना पारंपरिक कस्टर्ड |
चॉकलेट कस्टर्ड | कोको पाउडर या चॉकलेट डालकर बना |
बेक्ड कस्टर्ड | बेक करके बनाया जाता है, जैसे क्रीम ब्रुले |
कस्टर्ड पुडिंग | जेलैटिन और कस्टर्ड का संयोजन |
क्या कस्टर्ड कभी राजाओं का व्यंजन था?
जी हाँ, यूरोप के शाही दरबारों में कस्टर्ड एक विशेष व्यंजन माना जाता था। फ्रांस के राजा लुई XIV की रसोई में crème anglaise एक प्रिय मिठाई थी। यह केवल विशेष अवसरों पर ही परोसी जाती थी। भारत में भी जब यह मिठाई आई, तो बड़े ज़मींदारों और अंग्रेज़ अफसरों के भोज में इसे परोसा जाता था।
कस्टर्ड एक ऐसा डेज़र्ट है जो समय के साथ बदलता रहा, लेकिन उसका स्वाद और लोकप्रियता कभी कम नहीं हुई। आज भी यह बच्चों की बर्थडे पार्टी से लेकर त्योहारों तक का हिस्सा बन चुका है। इसकी सबसे अच्छी बात है – इसे बनाना बेहद आसान है और आप इसमें अपनी पसंद के अनुसार बदलाव भी कर सकते हैं। चाहे आप पारंपरिक स्वाद चाहें या आधुनिक टच, कस्टर्ड हर रूप में लाजवाब है।
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