दही कांजी: पारंपरिक स्वाद और आर. माधवन की पसंदीदा रेसिपी

दही कांजी: भारत में पारंपरिक पेय पदार्थों की सूची में कांजी एक महत्वपूर्ण स्थान रखती है। कांजी का नाम सुनते ही स्वाद में खटास, मसालों की तीव्रता और पेट को ठंडक देने वाला अनुभव याद आता है। लेकिन जब इसमें दही मिलाया जाता है, तो यह एक नई परंपरा और स्वाद का संगम बन जाता है – दही कांजी। यह न केवल स्वास्थ्यवर्धक है, बल्कि आजकल बॉलीवुड अभिनेता आर. माधवन जैसे सेलेब्रिटी भी इसे पसंद करते हैं।

दही कांजी
                       दही कांजी

दही कांजी का इतिहास:

दही कांजी का इतिहास भारत के उत्तरी हिस्सों, विशेष रूप से उत्तर प्रदेश और राजस्थान से जुड़ा हुआ है। पारंपरिक कांजी को काली गाजर या चुकंदर से तैयार किया जाता है, लेकिन गर्मियों में जब शरीर को ठंडक की आवश्यकता होती है, तब उसमें दही मिलाकर इसे और अधिक पौष्टिक और स्वादिष्ट बनाया जाता है।

दही कांजी दरअसल आयुर्वेद में वर्णित “शीतल पेय” में से एक है। यह पाचन को सुधारने, पेट को ठंडक देने, और शरीर में बैक्टीरिया संतुलन बनाए रखने में सहायक है। पहले के समय में यह घरों में दोपहर के खाने के साथ परोसी जाती थी ताकि गर्मी में शरीर का तापमान संतुलित रहे।

गरीब किसान और श्रमिक इसे रात के बचे हुए उबले चावल को पानी में डुबोकर रखते थे और सुबह उसमें दही मिलाकर खाली पेट पीते थे। यही परंपरा आगे चलकर “दही कांजी” बनी।

आर. माधवन और दही कांजी की कहानी:

आर. माधवन ने एक इंटरव्यू में बताया था कि वे जब वाराणसी में शूटिंग कर रहे थे, तब उन्होंने पहली बार दही कांजी चखी थी। वहां के एक स्थानीय कारीगर ने उन्हें यह खास पेय परोसा। शुरुआत में उन्होंने इसे सिर्फ छाछ समझा, लेकिन जब दही, सरसों, अदरक और मसालों का अनोखा मिश्रण ज़ुबान पर चढ़ा, तो वो हैरान रह गए।

माधवन ने कहा था –
“मैंने बहुत से इंटरनेशनल ड्रिंक्स ट्राय किए हैं, लेकिन दही कांजी में जो देसी ठंडक और पाचन शक्ति है, वह कहीं नहीं।”

इस अनुभव के बाद वह अक्सर अपने घर पर इसे बनवाते हैं और गर्मियों में अपने बेटे को भी पिलाते हैं।

दही कांजी की रेसिपी:

🧂 सामग्री (4 लोगों के लिए):

  • रातभर भीगे हुए चावल – 1 कप (पके या कच्चे)

  • भीगाए गए चावल का पानी – फेंकना नहीं है, यही बेस है

  • खट्टा दही – 1.5 कप

  • भुना जीरा पाउडर – 1 चम्मच

  • काला नमक – 1/2 चम्मच

  • दरदरी पिसी हुई काली सरसों – 1 चम्मच

  • अदरक – 1 इंच (कद्दूकस किया हुआ)

  • हरी मिर्च – वैकल्पिक

  • हिंग – एक चुटकी (तड़के के लिए)

  • घी – 1 छोटा चम्मच (तड़का देने के लिए)

  • धनिया पत्ती – सजाने के लिए

👩‍🍳 विधि:

  1. रातभर चावल भिगो दें – चाहें तो पके हुए या कच्चे चावल लें, और उन्हें मिट्टी या स्टील के बर्तन में पानी के साथ छोड़ दें।
    (किण्वन के लिए 8-10 घंटे का समय दें)

  2. सुबह, चावल को बिना पानी फेंके हल्का सा मसल लें ताकि उनका स्वाद पानी में घुल जाए।

  3. अब खट्टा दही फेंटकर इस पानी-चावल के मिश्रण में डालें।

  4. अब इसमें भुना जीरा, काला नमक, अदरक और काली सरसों मिला दें।

  5. एक पैन में घी गर्म करें, उसमें हिंग और हरी मिर्च का तड़का लगाकर इसमें डाल दें।

  6. सबकुछ अच्छे से मिलाएं और इसे कम से कम आधे घंटे के लिए ठंडा या फ्रिज में रख दें।

  7. परोसते समय ऊपर से धनिया पत्ती डालें और कटोरी या गिलास में परोसें।

🧬 चावल का पानी न फेंकने का वैज्ञानिक कारण:

  • चावल का पानी में लैक्टिक एसिड बैक्टीरिया बनता है जो पाचन में बेहद मददगार होता है।

  • इसमें Vitamin B12, Iron और Electrolytes होते हैं जो शरीर को गर्मी में डिहाइड्रेट होने से बचाते हैं।

  • यह शरीर की गर्मी निकालने और एसिडिटी कम करने में बेहद असरदार होता है।

  • दही के साथ मिलकर यह एक प्राकृतिक इलेक्ट्रोलाइट ड्रिंक बन जाता है।

🎥 आर. माधवन और यह देसी रेसिपी:

जब आर. माधवन बिहार में एक डॉक्यूमेंट्री शूट कर रहे थे, तब एक स्थानीय किसान परिवार ने उन्हें यही भीगे चावल वाली दही कांजी दी थी। उन्होंने उसे सबसे देसी, ठंडी और रीफ्रेशिंग ड्रिंक बताया।
उनका कहना था –
“It tasted raw, earthy and cool. I never thought rice water and curd could do magic like this!”

दही कांजी, खासकर यह भीगे चावल और पानी सहित बनाई गई पारंपरिक रेसिपी, भारत के देसी ज्ञान और साधारण सामग्री से मिलने वाली असाधारण सेहत का प्रतीक है। इसमें चावल का पानी न फेंकना ही इसकी असली ताकत है।

दही कांजी
          दही कांजी

सेहत के लाभ:

  • दही कांजी पेट के लिए अत्यंत लाभदायक है।

  • यह प्रोबायोटिक गुणों से भरपूर होती है।

  • गर्मियों में यह शरीर को हाइड्रेट रखती है।

  • पाचन क्रिया को सुधारती है और एसिडिटी से राहत देती है।

दही कांजी एक साधारण, लेकिन जादुई पेय है जो स्वाद और सेहत दोनों का ख्याल रखती है। आर. माधवन जैसे स्टार की भी ये पसंद बन चुकी है, जो इस बात का प्रमाण है कि पारंपरिक भारतीय व्यंजन आज भी लोगों को आकर्षित करते हैं। अगली बार जब भी गर्मी सताए, तो दही कांजी ज़रूर बनाएं – और देशी स्वाद का आनंद लें।

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