चुकंदर की पूरी: एक रंग-बिरंगी सेहतमंद रेसिपी और उसका इतिहास

चुकंदर की पूरी: भारतीय व्यंजन संस्कृति में पूरियों का विशेष स्थान है। चाहे त्यौहार हो, शादी-ब्याह हो या कोई खास अवसर, पूरी और सब्ज़ी की जोड़ी हर घर की पसंदीदा होती है। आमतौर पर गेहूं के आटे से बनी ये पूरियां सुनहरी और कुरकुरी होती हैं। लेकिन जैसे-जैसे लोगों की सेहत के प्रति जागरूकता बढ़ी, वैसे-वैसे पारंपरिक व्यंजनों में भी रचनात्मक बदलाव आने लगे। इन्हीं प्रयोगों में से एक है — चुकंदर की पूरी

चुकंदर की पूरी
                  चुकंदर की पूरी

यह पूरी न सिर्फ देखने में बेहद आकर्षक होती है (गहरे गुलाबी या बैंगनी रंग की), बल्कि चुकंदर के पोषण तत्वों से भरपूर भी होती है। यह बच्चों और वयस्कों दोनों के लिए एक हेल्दी विकल्प बन चुकी है।

चुकंदर का इतिहास और भारतीय भोजन में इसका स्थान:

चुकंदर (Beetroot) का वैज्ञानिक नाम Beta vulgaris है। यह मुख्यतः भूमध्यसागरीय क्षेत्र का पौधा है, परंतु अब यह भारत के लगभग हर कोने में उगाया जाता है। प्राचीन काल में इसे औषधीय पौधे के रूप में प्रयोग किया जाता था। यूनानी और रोमन सभ्यताओं में इसे खून बढ़ाने और शरीर को ऊर्जावान बनाने के लिए जाना जाता था। भारत में चुकंदर की खेती अंग्रेजों के आने के बाद ज़्यादा लोकप्रिय हुई।

आयुर्वेद में चुकंदर को “रक्तवर्धक” माना गया है और इसका प्रयोग विशेषतः खून की कमी (एनीमिया) में किया जाता है। यह पाचन, त्वचा और हार्मोन संतुलन के लिए भी लाभकारी माना जाता है।

जब पारंपरिक पूरी के साथ चुकंदर को मिलाया गया, तो एक नया, पोषक और स्वादिष्ट व्यंजन तैयार हुआ — चुकंदर की पूरी। यह खासकर उन माता-पिता के लिए वरदान साबित हुई जो बच्चों को सब्ज़ियां नहीं खिला पाते।

चुकंदर की पूरी के लाभ:

  1. रक्तवर्धक गुण: चुकंदर में आयरन, फोलिक एसिड और बीटा-कैरोटीन होता है जो खून बढ़ाने में मदद करता है।

  2. एंटीऑक्सीडेंट गुण: चुकंदर में पाए जाने वाले पिगमेंट ‘बेटासायनिन’ शरीर को डिटॉक्स करने में मदद करते हैं।

  3. हृदय के लिए लाभकारी: यह ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करता है।

  4. पाचन में सहायक: फाइबर से भरपूर चुकंदर पाचन क्रिया को सुधारता है।

  5. बच्चों के लिए आकर्षक: इसका रंग बच्चों को आकर्षित करता है और बिना नखरे के वे इसे खा लेते हैं।

चुकंदर की पूरी बनाने की विधि:

आवश्यक सामग्री:

  • गेहूं का आटा – 2 कप

  • उबला हुआ चुकंदर – 1 मध्यम आकार का

  • हरी मिर्च – 1 (वैकल्पिक)

  • अदरक – 1 चम्मच कद्दूकस किया हुआ

  • जीरा – 1/2 चम्मच

  • नमक – स्वादानुसार

  • तेल – तलने के लिए

  • हींग – एक चुटकी

  • पानी – आवश्यकता अनुसार

विधि (Step-by-Step Process):

1. चुकंदर की प्यूरी तैयार करें:

  • चुकंदर को छीलकर टुकड़ों में काटें और हल्का उबाल लें या भाप में पकाएं।

  • ठंडा होने के बाद मिक्सी में हरी मिर्च और अदरक के साथ पीस लें। (बिना पानी के, गाढ़ा पेस्ट बनाएं।)

2. आटा गूंथना:

  • एक बड़े बर्तन में गेहूं का आटा लें।

  • उसमें चुकंदर की प्यूरी डालें।

  • स्वादानुसार नमक, जीरा और हींग डालें।

  • आवश्यकता अनुसार थोड़ा पानी मिलाकर सख्त आटा गूंथ लें।

  • आटे को ढककर 15 मिनट के लिए रख दें।

3. पूरियां बेलना:

  • आटे की छोटी-छोटी लोइयां बनाएं।

  • बेलन से मध्यम आकार की पूरियां बेलें (बहुत पतली न करें)।

4. पूरियां तलना:

  • एक कढ़ाही में तेल गरम करें।

  • जब तेल अच्छी तरह गरम हो जाए, तब एक-एक कर पूरियां तलें।

  • दोनों तरफ से सुनहरी होने तक तलें और फिर किचन पेपर पर निकालें।

परोसने के सुझाव (Serving Suggestions):

  • चुकंदर की पूरी को आलू की सब्ज़ी, कढ़ी, मटर पनीर या खट्टी चटनी के साथ परोसें।

  • दही और सलाद के साथ भी इसका स्वाद दोगुना हो जाता है।

  • यह लंच बॉक्स के लिए भी उत्तम विकल्प है, खासकर बच्चों के लिए।

चुकंदर की पूरी स्वाद, सेहत और सौंदर्य — तीनों का बेहतरीन संगम है। यह रेसिपी उन पारंपरिक व्यंजनों में से एक है, जिसे आधुनिक जीवनशैली के अनुसार ढाल कर एक पौष्टिक रूप दिया गया है।

जहां एक ओर यह व्यंजन भारतीय थाली को रंगीन बनाता है, वहीं दूसरी ओर यह शरीर को अंदर से स्वस्थ बनाता है। तो अगली बार जब आप पूरी बनाने का सोचें, तो उसमें थोड़ा चुकंदर मिला दीजिए — स्वाद भी बढ़ेगा और सेहत भी।

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