खजूर से गुड़ बनाने का ऐसा दक्षिण भारतीय तरीका जो आपने सोचा भी नहीं होगा!

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🍯 खजूर से गुड़ बनाने का दक्षिण भारतीय तरीका: भारत में सदियों से गुड़ का उपयोग एक प्राकृतिक मिठास के रूप में होता आया है, जो मुख्य रूप से गन्ना और ताड़ के रस से बनता था। हालांकि, खजूर के रस से भी मिठाई और गुड़ बनाने की परंपरा खासकर उन इलाकों में प्राचीन है जहाँ खजूर की खेती प्रचुर मात्रा में होती थी, जैसे मध्य पूर्व, अरब क्षेत्र, और कुछ दक्षिण एशियाई हिस्से।
खजूर से गुड़
खजूर से गुड़
खजूर से गुड़ बनाना दक्षिण भारत में पारंपरिक तौर पर उतना आम नहीं था, परंतु खजूर की मिठास और औषधीय गुणों के कारण इसे क्षेत्रीय रूप से अपनाया गया। खजूर से गुड़ बनाने के लिए या तो ताज़ा खजूर का रस लिया जाता है या फिर खजूर की गाढ़ी पेस्ट (पल्प) तैयार की जाती है।

सामग्री:

  • खजूर का रस या खजूर की पेस्ट

  • पानी (अगर पेस्ट इस्तेमाल कर रहे हों)

  • स्वाद के लिए इलायची या सूखा अदरक पाउडर (वैकल्पिक)

बनाने की विधि:

  1. रस या पेस्ट तैयार करें:

    • अगर ताज़ा खजूर का रस है, तो उसे सुबह जल्दी इकट्ठा करें।

    • अगर खजूर की पेस्ट बनाएँ, तो खजूर को गुनगुने पानी में भिगोकर मसल लें और छानकर गाढ़ा रस निकाल लें।

  2. रस को पकाना:

    • एक बड़े लोहा या तांबे के बर्तन में रस को मध्यम आंच पर पकाएं।

    • लगातार हिलाते रहें ताकि रस जल न जाए।

  3. मैल हटाना:

    • रस के ऊपर जो झाग बने, उसे छानते रहें।

    • पारंपरिक तौर पर इसमें कासर के पत्ते या कपड़े का छोटा थैला डालकर मैल को हटाया जाता है।

  4. रस गाढ़ा करना:

    • रस को तब तक पकाएं जब तक वह गाढ़ा होकर गोंद जैसा न हो जाए।

    • इस प्रक्रिया में लगभग 1 से 2 घंटे लग सकते हैं।

  5. गुड़ डालना और जमाना:

    • जब रस सही कंसिस्टेंसी तक पहुँच जाए (ठंडे पानी में थोड़ा रस डालें, अगर वह जम जाए तो तैयार है), तो इसे चिकने हुए ढक्कनों या थालियों में डालें।

    • ठंडा होने दें ताकि गुड़ जम जाए।

  6. भंडारण:

    • गुड़ को मिट्टी के बर्तन या कांच के जार में रखें और ठंडी जगह पर रखें।

विशेष बातें:
  • खजूर से बना गुड़ काला और पोषक तत्वों से भरपूर होता है।

  • इसका स्वाद मीठा और गहरा कैरमल जैसा होता है।

  • इसमें इलायची या सूखा अदरक डालकर दक्षिण भारतीय स्वाद भी जोड़ा जा सकता है।

🟤 खजूर से बने गुड़ के फायदे:

1. ऊर्जा का अच्छा स्रोत

खजूर में प्राकृतिक शर्करा (ग्लूकोज़, फ्रक्टोज़, सुक्रोज़) होती है, जो शरीर को तुरंत ऊर्जा प्रदान करती है। इसलिए खजूर का गुड़ थकान मिटाने में कारगर है।

2. आयरन और खून की कमी से राहत

खजूर और गुड़ दोनों में आयरन की अच्छी मात्रा होती है। इसका सेवन एनीमिया (खून की कमी) को दूर करने में सहायक होता है, खासकर महिलाओं के लिए लाभकारी है।

3. पाचन में मददगार

इसमें फाइबर होता है जो पाचन क्रिया को बेहतर करता है और कब्ज की समस्या को कम करता है।

4. प्रतिरोधक क्षमता (इम्युनिटी) बढ़ाता है

खजूर से बना गुड़ जिंक, मैग्नीशियम, और एंटीऑक्सिडेंट्स से भरपूर होता है, जो शरीर की रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ाता है।

5. हड्डियों को मजबूत करता है

इसमें कैल्शियम, फॉस्फोरस और पोटैशियम जैसे खनिज होते हैं जो हड्डियों और दांतों की मजबूती के लिए फायदेमंद हैं।

6. श्वसन तंत्र के लिए लाभकारी

खांसी, गले में खराश और सर्दी-जुकाम में खजूर का गुड़ गर्म पानी या अदरक के साथ लेने पर आराम मिलता है

7. डायजेस्टिव डिटॉक्स

यह शरीर को विषैले तत्वों से डिटॉक्स करने में मदद करता है, खासकर लिवर और आंतों को साफ करता है।

8. त्वचा के लिए लाभकारी

इसमें मौजूद एंटीऑक्सिडेंट त्वचा को निखारने और झुर्रियों को कम करने में मदद करते हैं।

⚠️ ध्यान दें:

  • खजूर का गुड़ प्राकृतिक होता है, लेकिन इसमें कैलोरी भी होती है, इसलिए इसका सेवन मात्रा में संतुलित करें।

  • डायबिटीज़ वाले लोगों को चिकित्सक की सलाह से ही इसका सेवन करना चाहिए।

खजूर से गुड़ बनाना एक पारंपरिक और प्राकृतिक तरीका है, जो मिठास के साथ-साथ स्वास्थ्यवर्धक गुण भी प्रदान करता है। यह विधि दक्षिण भारतीय गुड़ बनाने की पारंपरिक तकनीकों से मिलती-जुलती है, जिसमें रस को धीरे-धीरे पकाकर शुद्ध और गाढ़ा किया जाता है। खजूर का गुड़ स्वाद में मीठा, पौष्टिक और प्राकृतिक होता है, जिसे घरेलू मिठाइयों और रोज़ाना के खाने में उपयोग किया जा सकता है। इस प्रक्रिया से न केवल एक शुद्ध और स्वादिष्ट मिठास बनती है, बल्कि यह पारंपरिक खाद्य संस्कृतियों को भी संजोती है।

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