उत्तपम: दक्षिण भारतीय व्यंजन अपने हल्के, सुपाच्य और पौष्टिक खाने के लिए दुनियाभर में प्रसिद्ध हैं। इन्हीं में से एक है उत्तपम (Uttapam) — एक ऐसा व्यंजन जो डोसे जितना पतला नहीं होता, लेकिन उसके स्वाद और खुशबू में कई गुना ज़्यादा रंग-बिरंगा होता है। यह एक प्रकार का मोटा डोसा है, जिसमें प्याज़, टमाटर, हरी मिर्च, गाजर जैसी सब्ज़ियाँ डाली जाती हैं। इसे आमतौर पर नारियल चटनी और सांभर के साथ परोसा जाता है।
🏺 इतिहास और उत्पत्ति:
उत्तपम का नाम संस्कृत शब्द “उत्त” (अर्थात ऊँचा) और “अप्पम” (केक या डोसा) से मिलकर बना है। इसका मतलब है – “ऊँचा या मोटा डोसा”।
दक्षिण भारत में, विशेष रूप से तमिलनाडु और केरल में, यह व्यंजन सदियों से खाया जा रहा है। पुराने समय में जब डोसा का बैटर (घोल) एक-दो दिन पुराना हो जाता था और उसमें हल्का खमीर उठने लगता था, तब उसे पतला फैलाने में कठिनाई होती थी। ऐसे में उस घोल को मोटा फैलाकर, ऊपर से सब्जियाँ डालकर पकाया जाता था — और यहीं से उत्तपम का जन्म हुआ।
🍚 आवश्यक सामग्री (4 लोगों के लिए):
घोल के लिए:
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चावल – 2 कप
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उड़द दाल – 1 कप
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मेथी दाना – 1 छोटा चम्मच
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नमक – स्वादानुसार
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पानी – आवश्यकतानुसार
टॉपिंग के लिए:
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प्याज़ – 1 बारीक कटा
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टमाटर – 1 बारीक कटा
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हरी मिर्च – 1-2 बारीक कटी
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गाजर – 1 कद्दूकस की हुई
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धनिया पत्ता – थोड़ा सा कटा हुआ
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नमक – थोड़ा (टॉपिंग में डालने के लिए)
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तेल या घी – सेंकने के लिए
🥣 उत्तपम बनाने की विधि:
1. बैटर तैयार करना:
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चावल और उड़द दाल को 4-5 घंटे के लिए पानी में भिगो दें।
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साथ में मेथी दाना भी डाल दें।
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भीगने के बाद इसे मिक्सी में थोड़ा पानी डालकर बारीक पीस लें।
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इस घोल को 8-10 घंटे तक किसी गर्म स्थान पर ढककर रख दें ताकि वह खमीर उठ जाए।
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खमीर उठने पर इसमें स्वादानुसार नमक मिलाएं और अच्छे से फेंट लें।
2. तवे पर सेंकना:
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नॉनस्टिक तवा गरम करें और हल्का सा तेल लगाएं।
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बैटर को एक कटोरी से तवे पर डालें और थोड़ा फैला दें (बहुत पतला न करें)।
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ऊपर से बारीक कटा प्याज़, टमाटर, हरी मिर्च, गाजर और धनिया डालें।
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थोड़ा सा नमक सब्ज़ियों पर छिड़कें।
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किनारों पर थोड़ा तेल डालें और ढककर मध्यम आंच पर सेंकें।
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जब निचला हिस्सा सुनहरा हो जाए तो पलटने की आवश्यकता नहीं होती, लेकिन चाहें तो एक बार हल्का दबाकर पलट सकते हैं।
🥥 परोसने के तरीके:
उत्तपम को नारियल की चटनी, टमाटर चटनी और गर्मागर्म सांभर के साथ परोसें। चाहें तो ऊपर से थोड़ा सा मक्खन भी रख सकते हैं।
🧠 कुछ सुझाव:
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आप इसमें पनीर, शिमला मिर्च, स्वीट कॉर्न, या चीज़ भी डाल सकते हैं।
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इंस्टेंट उत्तपम के लिए बाज़ार में मिलने वाले रेडी बैटर का भी प्रयोग कर सकते हैं।
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बच्चों को पसंद आने के लिए इसे दिल या स्टार के शेप में भी बना सकते हैं।
उत्तपम एक स्वादिष्ट, पौष्टिक और बहुउपयोगी दक्षिण भारतीय व्यंजन है, जो स्वाद और पोषण का अद्भुत मेल है। यह हर उम्र के लोगों के लिए एक बेहतरीन विकल्प है।
👑 राजा कृष्णदेवराय और उत्तपम की कथा (लोककथा पर आधारित):
विजयनगर साम्राज्य के महान सम्राट कृष्णदेवराय (16वीं सदी) को भोजन में विशेष रुचि थी। वे न केवल योद्धा थे, बल्कि संस्कृति, कला और भोजन के भी संरक्षक थे। उनके राजदरबार में एक विशेष रसोइया हुआ करता था, जिसे तरह-तरह के नए पकवान बनाने के लिए जाना जाता था।
एक दिन की बात है…
राजा कृष्णदेवराय सुबह जल्दी शिकार से लौटे थे और बहुत भूखे थे। रसोई में डोसा बनाने के लिए बैटर तो था, लेकिन वह दो दिन पुराना हो चुका था और थोड़ा खट्टा भी हो गया था। रसोइये को डर था कि राजा को यदि वही खट्टा डोसा दिया गया तो क्रोधित हो सकते हैं।
तब उसने चतुराई से बैटर को मोटा फैलाया और ऊपर से ताज़ी सब्जियाँ डालकर उसे पकाया। जब यह पकवान राजा के सामने परोसा गया, तो उन्होंने पहले संदेह से देखा… लेकिन जैसे ही उन्होंने पहला निवाला लिया, वे मुस्कुरा उठे और बोले:
“यह तो डोसे से भी उत्तम है! इसे ‘उत्तम-अप्पम’ कहा जाए!”
यहीं से नाम पड़ा – “उत्तपम”।
राजा इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने आदेश दिया कि यह व्यंजन हर रविवार उनके नाश्ते में ज़रूर परोसा जाए। इसके बाद यह व्यंजन शाही रसोई का हिस्सा बन गया और आम जनता तक भी पहुँच गया।
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